रायपुर. विधानसभा मे मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह ने नक्सली मामले पर कहा कि सरकार इसमें कोई समझौता नहीं करेगी. नेशनल-इंटरनेशनल लेवल पर नक्सलियों के खिलाफ लड़ाई का केंद्र अब सुकमा क्षेत्र हो गया है. विकास की राह पर अग्रसर होते हुए नक्सलियों की राजधानी जगरगुंडा को 3 तरफ से घेरा जा रहा है. आखरी लड़ाई छत्तीसगढ़ मे ही लड़ी जाएगी.
उन्होंने विपक्ष के काम रोको प्रस्ताव पर कहा कि कांग्रेसी मुख्यमंत्री नक्सलियों को बिगड़ैल बच्चे मानते रहे है, इन्हे गले लगाने की बात करते रहे है. अब समय समाप्त हो चूका है. नक्सली प्रजातंत्र पर यकीन नहीं रखते. हमारे डीएनए मे उनको समाप्त करने की ताकत है.
आगे वह कहते है कि दोरनापाल-जगरगुण्डा की 56 किमी सड़क विश्व इतिहास मे ऐसी सड़क है, जिसे जवानों ने खून से सींचा है. जिसके बाद मुख्यमंत्री ने भावुक होकर कहा, नक्सली हिंसा मे हमारे भाइयो की मौत पर कई दिन मै भी नहीं सो पाता. बस्तर मे महेंद्र कर्मा से बड़ा शेर अब तक जन्मा नहीं है. ये नक्सली रौशनी से डरते है, ये अंधेरे के पुजारी है. हम भी अपनी जिद पर कायम है कि नक्सल गढ़ से अंधेरा मिटाएंगे.
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