दूरदर्शन पर प्रसारित हो रहे टीवी सीरियल रामायण (Ramayan) में आखिरकार रावण का दहन हो गया है। इसके साथ ही अभी तक आपने देखा है कि किस तरह वीरता के साथ भगवान श्री राम लंका नरेश रावण का दहन करते है और लंका की राजगद्दी उनके भाई विभीषण को सौंपते हैं। इसके बाद बीते दिन के शाम के एपिसोड में दिखाया गया है कि श्रीराम अपनी पत्नी सीता, लक्ष्मण और हनुमान के साथ पुष्पक विमान में बैठकर अयोध्या के लिए चलते हैं।वहीं इस दौरान रास्ते में वो अपने दोस्त से मुलाकात करते हैं निषदराज गुहा से मुलाकात करते हैं। वहीं निषदराज को जैसे ही खबर मिलती है कि श्री राम रावण का वध कर अयोध्या की ओर कूच कर चुके हैं तो वो रास्ते में जाकर श्रीराम से मिलते हैं और उनसे बेरुखी से उनसे मिले बगैर जाने की बात पूछते हैं।
इसके साथ ही जिस पर श्रीराम प्रेमभाव से निषदराज से मिलते हैं और जल्दी ही वहां से विदा लेकर आगे बढ़ते हैं। श्रीराम को डर हैं कि अगर उन्हें अयोध्या पहुंचने में एक दिन का भी विलंब हो गया तो उनकी माता कौशल्या खुद को अग्नि के हवाले करने का कदम न उठा लें। वहीं, पवनपुत्र हनुमान भेस बदलकर भरत से मुलाकात करते हैं और उन्हें जानकारी देते हैं कि श्री राम अयोध्या पहुंचने वाले है। जब भरत उनकी इस बात पर खुशी जताते हैं तो वो स्वंय अपने रुप में आकर उनकी खुशी को और भी बढ़ा देते हैं। इसके बाद राजमहल में राम के आने की खबर फैलती है और सभी लोग खुशी से तैयारियों में लग जाते है। पूरी अयोध्या को दुल्हन की तरह सजाया जाता है।
आपकी जानकारी के लिए बता दें की प्रजा खुशी से झूमती हैं और चारों ओर गीत-संगीत का माहौल बनता है। श्री राम अपनी जन्मभूमि पर पत्नी सीता, लक्ष्मण, सुग्रीव और वानर सेना समेत कदम रखते है। वहीं दशरथ की तीनों पत्नियां कौशल्या, सुमित्रा और कैकयी राम के स्वागत के लिए पहुंचती है। भरत भी वहां पहुंचते हैं और श्री राम बारी-बारी से सभी से मुलाकात करते है। इसके बाद भरत श्रीराम के गले लगते है। श्री राम औऱ सीता राजा-रानी की तैयार होकर राजमहल पहुंचते है। जहां उनका भव्य स्वागत होता है और श्री राम का राजतिलक होता है|
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