रामायण में राम के किरदार से मशहूर अरुण गोविल पर्दे पर बेहद शांत नजर आते हैं. टीवी पर शांत दिखने वाले ये राम असल जिंदगी में भी शांत स्वभाव के हैं. एक शो के दौरान उनकी पत्नी श्रीलेखा गोविल ने इसका जिक्र किया था. इसके साथ ही उन्होंने बताया कि कैसे अरुण ने अपनी खामोशी से उन्हें सबकुछ समझा दिया था.एक शो के दौरान अरुण की पत्नी श्रीलेखा ने बताया- 'अरुण कुछ बोलते नहीं थे, तो एक दिन मैंने पूछा कि क्या आपने मुझसे जबरदस्ती शादी की है. आप कुछ बोलते ही नहीं हैं. दूसरे दिन अरुण ने उन्हें एक कार्ड दिया.
आपकी जानकारी के लिए बता दें की उसमें वाटरफॉल बना हुआ था और लिखा था- अगर तुम मेरी खामोशी को नहीं समझ सकती तो मुझे कैसे समझोगी. उस दिन के बाद से मैं उनकी भावनाओं को समझ गई.' उस दिन के बाद से श्रीलेखा ने अरुण के शांत स्वभाव पर कभी सवाल नहीं उठाया.श्रीलेखा ने एक इमोशनल किस्से का भी जिक्र किया था. वे कहती हैं- 'एक बच्चे के पिता की मौत हो गई. वह बच्चा चौथी क्लास का था. वहीं पिता की मौत पर वह रो ही नहीं रहा था, जबकि उसे रोना चाहिए था.
इसके साथ ही जब लोगों ने उसे पूछा कि तुम रो क्यों नहीं रहे हो, तो बच्चे ने कहा- इसमें रोना क्या है, अमल के पापा (अरुण गोविल) को बोलकर वापस अपने पापा को बुला लूंगा.इसके साथ ही 'बात करें रामायण की तो 1987 में आया रामानंद सागर का ये सीरियल अरुण गोविल समेत सभी स्टार्स के लिए ऐतिहासिक साबित हुआ था. शो के सभी किरदारों को लोग उनके असली नाम से नहीं बल्कि रामायण में उनके कैरेक्टर्स से जानने लगे थे. वहीं अरुण गोविल भी रामायण के चलते घर घर में राम के नाम से पॉपुलर हुए थे.
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