इंडिया के पूर्व डेविस कप खिलाड़ी रमेश कृष्णन ने बोला है कि डेनमार्क के विरुद्ध सतह और मौसम बड़ी भूमिका निभाने वाले है। ड्रा ने इंडिया का साथ पहले ही दे दिया है। साथ ही उन्होंने यह भी बोला है कि घास की प्रवृति समय-समय पर परिवर्तित भी होती रही है। अगर बारिश हो जाये तो सतह धीमी हो जाती है और यदि धूप निकल आये तो ये सतह तेज होने लग जाती है। यह मुकाबला यहां के जिमखाना क्लब में 4 और 5 मार्च को आयोजित किया जाने वाला है।
रमेश कृष्णन ने सबसे बड़े टेनिस कान्क्लेव के मौके पर बोला है कि हमारा मुकाबला बेशक हमारे से ऊंची रैंकिंग की टीम से है लेकिन डेनमार्क हमसे उतना भी ऊपर नहीं है कि उसे मात न दी जा सके। हमारे लिए यह अच्छा संकेत है कि डेनमार्क के खिलाड़ी घास पर बहुत कम खेलना पसंद करते है। हमारा ड्रॉ इसलिए अच्छा है क्योंकि हमें अपने घर में खेलने का लाभज मिलने वाला है। घर में अपने कोचों से कोचिंग, अपने स्पेयरिंग पार्टनर के साथ अभ्यास एक बड़े बोनस के जैसे है। जब 80 के दशक में हम डेनमार्क से डेविस कप में जीते थे, तब वह मुकाबला यूएस ओपन के उपरांत आयोजित किया गया था। तब बहुत ठंड थी लेकिन अब कंडीशंस इंडिया के पक्ष में हैं।
रमेश ने इस मैच के वैन्यू दिल्ली जिमखाना क्लब के बारे में बोला है कि उन्होंने अपना आखिरी डेविस कप मैच भी इसी वैन्यू पर खेला था। उन्होंने न्यूजीलैंड के विरुद्ध 1978 में डेविस कप का मैच इसी वैन्यू पर खोला गया था। उसी वर्ष यहां नैशनल चैम्पियनशिप का भी आयोजन किया जा चुका था लेकिन तब से अब तक बहुत कुछ बदल गया है। यहां तक कि बेस्ट ऑफ थ्री सेट और 2 दिन में मुकाबले का समाप्त होना। उन्हें खुशी है कि डेविस कप की परम्परा जीवित है और इसको लेकर हमेशा रोमांच बना हुआ रहता है। इस मुकाबले के लिए डेविस कप टीम में चुना जाना सम्मान की भी बात है। मैं भारतीय दल को इस अहम मुकाबले के लिए शुभकामनाएं देता हूं।
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