भोपालः बीते कुछ दिनों से अपनी तेज दौड़ के कारण सोशल मीडिया पर सनसनी पैदा कर चुके रामेश्वर गुर्जर ट्रायल में प्रदर्शन को दोहरा नहीं पाये। मात्र 11 सेकेंड में 100 मीटर की रेस पूरी करने वाले मध्य प्रदेश के रामेश्वर गुर्जर को उनके कारनामा के कारण राज्य का 'उसेन बोल्ट' कहा जाने लगा। उनका टेस्ट भारतीय खेल प्राधिकरण ने लिया। उन्होंने 6 अन्य खिलाड़ियों के साथ रेस लगाई थी मगर वह सबसे लास्ट में रहे। उन्होंने 12.90 सेकेंड में रेस पूरी की। यह काफी खराब प्रदर्शन है। केंद्रीय खेल मंत्री किरण रिजीजू ने ट्वीट कर इस बारे में बताया।
उनका ट्रायल भोपाल के तात्या टोपे नगर स्थित एकेडमी में लिया गया। भारत में 100 मीटर का राष्ट्रीय रिकॉर्ड 10.26 सेकेंड है। खेल मंत्री किरण रिजीजू ने ट्रायल के बारे में लिखा, 'रामेश्वर गुर्जर का ट्रायल टीटी नगर स्टेडियम में आयोजित हुआ, जहां साई और राज्य सरकार के कोच मौजूद थे। रामेश्वर वीडियो में सबसे बायीं ओर (लेन 9) दौड़ रहे थे। सुर्खियों में आने के चलते उन पर प्रदर्शन का दबाव इतना था कि वह अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पाए। हम उन्हें पर्याप्त वक्त और प्रशिक्षण देंगे।
रामेश्वर गुर्जर ने ट्रायल्स में फेल होने पर कहा कि वह पहली बार ट्रैक पर जूते पहनकर दौड़े थे। उनकी कमर में भी दर्द था। इस कारण से वह पीछे रह गए। वह महीने भर बाद दोबारा ट्रायल में आएंगे और बेहतर प्रदर्शन करेंगे। गुर्जर मध्य प्रदेश के शिवपुरी जिले के निवासी हैं। उनका नंगे पैर दौड़ते हुए 100 मीटर दौड़ 11 सेकेंड में पूरी करने का वीडियो सामने आया था। यह सोशल मीडिया पर वायरल हो गया था। केंद्र और राज्य सरकार ने गुर्जर को हरसंभव मदद देने का आश्वासन दिया।
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