आजमगढ़। गुजरात विधानसभा चुनाव के दौरान भारतीय जनता पार्टी के नेताओं द्वारा राम मंदिर को लेकर बयान बाजी करने के बाद इस मसले पर नेताओं की बयानबाजी बंद हो गई थी लेकिन, इसके बाद अब श्री राम जन्म भूमि न्यास के सचिव सुरेश दास जी महाराज ने महत्वपूर्ण बयान दिया है। उन्होंने राम मंदिर को लेकर कहा कि, वर्ष 2018 में श्री राम मंदिर के निर्माण का कार्य प्रारंभ किया जाएगा। जब सुरेश दास जी महाराज रविवार को महामंडलेश्वर मौनी बाबा के प्रथम पुण्य स्मरण पर आजमगढ़ पहुंचे तो उन्होंने, इस बारे में मीडिया से चर्चा की।
उनका कहना था कि, श्री राम जन्मभूमि मंदिर के मामले में राज्य के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से चर्चा की जा चुकी है। उनका कहना था कि, उच्च न्यायालय ने मंदिर के पक्ष में निर्णय दिया और सर्वोच्च न्यायालय का निर्णय भी उनके पक्ष में आने की बात कही। उनका कहना था कि, मंदिर निर्णय पर न्यायालय हमारे पक्ष में ही निर्णय देगा।
अयोध्या में यदि राम मंदिर के निर्माण में परेशानी आई तो फिर, जिस तरह से तत्कालीन उपप्रधानमंत्री सरदार वल्लभ भाई पटेल ने कानून बनाकर कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए थे उसी तरह से केंद्र सरकार के माध्यम से विधान तैयार किया जा सकता है। महाराज जी का कहना था कि, राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री दोनों ही इस मामले में उचित निर्णय लेने की क्षमता रखते हैं। यदि आवश्यकता हुई तो इस स्तर पर भी निर्णय लिया जा सकेगा। सर्वोच्च न्यायालय के निर्णय का सम्मान करने की बात करते हुए उन्होंने कहा कि राम मंदिर तो हर हाल में बनना ही चाहिए।
पीएम मोदी के बाद योगी सबसे अधिक डिमांड में रहे
2 जी स्पेक्ट्रम के लिए दुष्प्रचार किया गया - मनमोहन सिंह
नाम-चीन हस्ती की आम जिंदगी पर सवाल क्यों ?