नई दिल्ली। मध्यप्रदेश में अगले महीने विधानसभा चुनाव होने हैं। 28 नवंबर को होने वाले चुनावों में जीत के लिए पार्टियां लगातार चुनाव प्रचार में जुटी हुई हैं। चुनाव प्रचार के बीच ही कई नेता अपनी—अपनी टिकिट की दावेदारी भी पेश कर रहे हैं, लेकिन मध्यप्रदेश में एक ऐसे नेता हैं, जो टिकिट तो चाहते हैं, लेकिन उससे ज्यादा उनके लिए उनकी पार्टी और उनके क्षेत्र का विकास महत्वपूर्ण स्थान रखता है। यह नेता हैं रायसेन जिले के अंतर्गत आने वाली उदयपुरा विधानसभा क्षेत्र से वर्तमान विधायक रामकिशन पटेल।
रामकिशन पटेल भारतीय जनता पार्टी से उदयपुरा के विधायक हैं। पार्टी ने उन्हें 2013 में उदयपुरा से टिकिट दिया और उन्होंने 44053 मतों से कांग्रेस के प्रत्याशी को शिकस्त देकर अपने इरादे स्पष्ट कर दिए। आगामी विधानसभा चुनावों में रणनीति पर न्यूजट्रैक से चर्चा करते हुए रामकिशन पटेल ने कहा कि उनका अहम लक्ष्य क्षेत्र का विकास करना है और इसके लिए वह लगातार प्रयत्नशील रहेंगे।
पांच सालों में किए कई अहम कार्य
रामकिशन पटेल ने बताया कि पिछले पांच सालों में क्षेत्र में काफी विकास कार्य किए गए हैं। उन्होंने कहा कि स्कूल, कॉलेज, अस्पताल बनवाए गए हैं। क्षेत्र का हर बच्चा आज स्कूल जाता है। बीमारों को समय पर इलाज मिलता है। आज हर क्षेत्रवासी खुश है। पटेल ने कहा कि वह क्षेत्र के विकास के लिए लगातार काम करते रहेंगे।
हमेशा देंगे पार्टी का साथ
अगर इस बार पार्टी ने उन्हें टिकिट नहीं दिया, तो इस पर उनकी प्रतिक्रिया क्या होगी? इस सवाल के जवाब में पटेल ने कहा कि वह भाजपा के एक सच्चे कार्यकर्ता हैं और अगर पार्टी उन्हें टिकिट नहीं भी देती है, तब भी वह पार्टी के लिए काम करते रहेंगे। उन्होंने कहा कि उनके लिए व्यक्ति से ज्यादा भाजपा का महत्व है।
चौथी बार बनेगी भाजपा सरकार
रामकिशन पटेल प्रदेश में चौथी बार भाजपा की जीत को लेकर आश्वस्त हैं। उन्होंने कांग्रेस की मंदिर—मंदिर नीति पर कटाक्ष करते हुए कहा कि कांग्रेस को अभी तक कभी भी भगवान नजर नहीं आए और अब जब चुनाव आ गए हैं, तो कांग्रेस अध्यक्ष मंदिर—मंदिर घूम रहे हैं। उन्होंने कहा कि जनता कांग्रेस के इस छलावे में नहीं आने वाली और प्रदेश में चौथी बार भी भाजपा ही सरकार बनाएगी।
नहीं है कोई मतभेद
पार्टी में मतभेद और क्षेत्र में भाजपा सरकार के विरोध पर उन्होंने कहा कि कुछ विधानसभा क्षेत्रों में जो मतभेद की खबरें आ रही हैं, वह पार्टी के लिए नहीं बल्कि व्यक्तिगत तौर पर मतभेद हैं, क्योंकि टिकिट को लेकर लोगों की महात्वाकांक्षाएं सामने आ रही हैं। इसके अलावा भाजपा सरकार के विरोध पर उन्होंने बताया कि जो भी विरोध दिख रहा है, वह कांग्रेस प्रायोजित विरोध है। असल में प्रदेश की जनता भाजपा सरकार के 15 साल के कार्यकाल से काफी खुश है।
खबरें और भी
शिवराज की चेतावनी के बाद राहुल ने मांगी माफ़ी, बोले- बीजेपी का भ्रष्टाचार देख मैं कन्फ्यूज हो गया था
बीजेपी के लिए आसान नहीं होगा यहां से जीत पाना, 41 साल से है जीत की दरकार
मध्य प्रदेश चुनाव 2018 : इस नेता के नाम हैं सबसे ज्यादा बार विधायक बनने का रिकॉर्ड