लखनऊ होमगार्ड विभाग के मंडलीय कमांडर बनारस को राष्ट्रपति पदक से सम्मानित किया गया है 92 बैच के अधिकारी रामकृष्ण वर्मा ने पहली ज्वाइनिंग 28 जुलाई 1997 को की. जिस के बाद पहली पोस्टिंग मुरादाबाद में 1999 में हुई. अंबेडकरनगर के जिला कमांडेंट से लेकर सीतापुर, लखनऊ जिला प्रशिक्षण कमाडेंट, एवं मंडलीय कमांडेंट स्टेट लेवल के केंद्रीय प्रशिक्षण संस्थान लखनऊ सहित लगातार कई पदो पर रहे.जिसके बाद से वर्तमान समय में मंडलीय कमांडेंट बनारस का दायित्व निभा रहे हैं इनको सराहनीय सेवाओं के लिए राष्ट्रपति पदक से पुरस्कृत किया गया है राजधानी लखनऊ में डीजीपी होमगार्ड विजय कुमार गुप्ता द्वारा इन्हें यह पदक प्रदान किया गया.
न्यूज़ ट्रैक से बात करते हुए रामकृष्ण वर्मा बताते हैं कि होमगार्ड विभाग का कार्य काफी मेहनत जिम्मेदारी और चुनौतियों भरा होता है. होमगार्ड ट्रैफिक से लेकर चुनाव तक हर जगह अपनी ड्यूटी मुस्तैदी के साथ निभाते हैं. जब कहीं पर भी किसी फोर्स की कमी हो या कहीं पर विकल्प के रूप में आवश्यकता हो तो होमगार्ड इस कमी को पूरा करते हैं.इनका कहना है कि जब कभी भी मुझे जो भी जिम्मेदारी दी गई, मैंने अपना कर्तव्य अपने वरिष्ठों की सलाह सभी कुछ ईमानदारी के साथ पूर्ण करने का सदैव प्रयास किया है.
रामकृष्ण वर्मा के मुताबिक मैं अपने से कोशिश करता हूं कि विभाग द्वारा जो पद मुझे प्रदान किया गया है उसके अंतर्गत आने वाले समस्त कार्यों को पूरी जिम्मेदारी के साथ निभा सकूं.मेरे लिए मेरा कार्य सबसे पहले है यही मेरी पूजा है यही मेरा धर्म है. राष्ट्रपति पदक से नवाजे जाने के लिये रामकृष्ण वर्मा सभी का धन्यवाद करते हैं.इनका कहना है कि कोई भी कार्य मिलजुलकर ही होता है इस पदक में उन सभी का योगदान है जिन्होंने आवश्यकता पड़ने पर मेरे साथ चुनौतियों का सामना किया है