लखनऊ: लोकसभा चुनाव 2019 की तैयारियां सियासी पार्टियों ने आरंभ कर दी है. उत्तर प्रदेश की कुल 80 सीटों के लिए सियासी पार्टियों ने जोड़-गणित आरंभ कर दिया है. रामपुर यूपी का वह शहर जिसे नवाबों के शहर के नाम से भी पहचाना जाता है. रामपुरी चाकू के साथ एशिया की सबसे बड़ा पुस्तकालय भी इसी शहर में स्थित है.
अगर राजनीति की बात करें, तो उत्तर प्रदेश की रामपुर लोकसभा सीट पर वर्तमान में भाजपा के नेपाल सिंह सांसद हैं. रामपुर का उत्तर प्रदेश लोक सभा निर्वाचन क्षेत्रों में सातवां स्थान है. 1957 और 1962 के चुनावों में कांग्रेस के राजा सईद अहमद मेंहदी यहां से निर्वाचित हुए थे. इसके बाद कांग्रेस के ही जुल्फिकार अली खान यहां से सांसद बने. 1977 में इस सीट से भारतीय लोक दल के राजेंद्र कुमार शर्मा ने जीत दर्ज की थी थी.
इसके बाद फिर से ये सीट कांग्रेस के हाथ में आ गई थी. वर्ष 1991 में फिर से राजेंद्र कुमार शर्मा संसद निर्वाचित हुए, किन्तु इस बार वे भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के टिकट पर चुनाव लड़े थे. 1998 में भाजपा के मुख़्तार अब्बास नकवी ने रामपुर लोकसभा सीट पर जीत हासिल की थी. वर्ष 2004 में हुए लोकसभा चुनावों में अभिनेत्री जयाप्रदा सपा के टिकट पर यहां से विजयी हुई. 2009 में उन्होंने फिर से यहां चुनाव जीता था. 2014 में 16 वर्षों बाद यहां कमल खिला था.
खबरें और भी:-
अपराधियों से भरा है ये गांव, रेप करने की मिलती है ऐसी सजा
दुनियादारी से दूर इस ऊँचे पहाड़ पर रहता है ये शख्स
अब इंसानों के यूरिन से बनेगी ईंट, ये है कारण