रांची: रांची के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल राजेंद्र इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस में इलाज के लिए पहुंचे मरीजों का हाल बेहाल नज़र आ रहा है. अस्पताल प्रशासन के लिए मरीज़ो के लिए पर्याप्त बेड भी नहीं है. यह सरकारी अस्पताल रांची और आस-पास के जिलों के गरीब मरीजों के लिए एकमात्र इलाज सहारा है.
यहाँ गम्भीर बीमारियों से ग्रस्त मरीज़ो का इलाज फर्श पर किया जा रहा है. जिससे आस-पास संक्रमण का खतरा बढ़ गया है. मरीज़ो के परिजनों का आरोप है की सप्तभर के इंतज़ार के बाद भी मरीज़ो को बेड उपलब्ध नहीं हो पा रहे है. फ़िलहाल आरआईएमएस में केवल 1500 बेड्स की ही व्यवस्था है.
वही पूरे मामले में आरआईएमएस के डायरेक्टर बीएल शेरवाल का कहना है कि, "आरआईएमएस एक सरकारी संस्थान है इसलिए हम इलाज से इनकार नहीं कर सकते." उनका कहना है वह जल्द ही सरकार से अस्पताल में केवल गम्भीर बीमारियों से ग्रस्त मरीज़ो का इलाज करने की बात कहेंगे. बाकि मरीजों का इलाज सदर हॉस्पिटल या दूसरे सरकारी अस्पतालों में किया जायेगा.