नई दिल्ली: सर्वोच्च न्यायालय के पूर्व चीफ जस्टिस रंजन गोगोई (Ranjan Gogoi) ने राज्यसभा सदस्य के रूप में मिलने वाले पूरे वेतन को कानून के विद्यार्थियों की पढ़ाई में मदद करने के लिए देने का ऐलान किया है। रंजन गोगोई ने कहा कि कानून के पाँच वर्षीय पाठ्यक्रम की पढ़ाई करने वाला कोई भी विद्यार्थी इस छात्रवृति (Scholarship) का फायदा ले सकता है। ये स्टूडेंट्स असम या देश के किसी भी हिस्से के हो सकते हैं। गोगोई ने अपने वेतन से छात्रवृति निधि बनाया है। उनका कहना है कि इन वेतन और भत्तों से कम से कम 10-15 स्टूडेंट्स की सहायता हो जाएगी।
राज्यसभा सांसद के तौर पर मिलने वाले वेतन और भत्तों में से रंजन गोगोई ने अभी तक एक रुपए भी नहीं लिए हैं। बता दें कि उन्हें वर्ष 2020 में राज्यसभा सदस्य के रूप में मनोनीत किया गया था। मीडिया से बात करते हुए राज्यसभा सांसद गोगोई ने कहा कि विगत दो वर्षों में उन्होंने वेतन-भत्ते के रूप में एक पैसा भी नहीं लिया है और उन्हें उम्मीद है कि इतना फंड जमा हो जाएगा, जिससे 10-15 छात्रों की पढ़ाई में मदद की जा सके। स्कॉलरशिप के इस पैसे से छात्रों के ट्यूशन फीस के साथ-साथ उनके रहने और खाने का खर्च भी उठाया जाएगा।
इस छात्रवृति के संबंध में वे अखबारों में इश्तेहार देंगे, ताकि इसके बारे में स्टूडेंट्स को जानकारी मिल सके और वे आवेदन कर सकें। उन्होंने कहा कि जो भी विद्यार्थी आवेदन करना चाहते हैं, वे इस महीने के आखिर तक दिए गए ईमेल ID पर संबंधित अधिकारियों आवेदन भेज सकते हैं। उन्होंने कहा कि 200 शब्दों के आवेदन के साथ छात्रों को अपने उस संस्थान का नाम और कोर्स की जानकारी देनी होगी, जहाँ वे पढ़ाई कर रहे हैं। इसके साथ ही, उन्हें बोर्ड परीक्षा की अंकसूची के साथ-साथ अपने परिवार के बीते तीन वर्षों का आय प्रमाण पत्र भी देना होगा। आवेदन में विद्यार्थी का नाम, मोबाइल नंबर, ईमेल आईडी और पढ़ाई वाले स्थान के बारे में भी जानकारी देनी होगी।
बांदा नाव हादसा: मृतकों की संख्या बढ़ी, 11 शव बरामद, 40 घंटे बाद भी रेस्क्यू ऑपरेशन जारी
'हर घर तिरंगा' में शामिल हुआ जमीयत-उलेमा-ए-हिंद, बदली Twitter की DP
श्रीलंका से रामेश्वर पहुंचे 4 और शरणार्थी, अब तक 133 लोगों ने ली शरण