नई दिल्ली: देश में राष्ट्रपति चुनाव और उप राष्ट्रपति चुनाव को लेकर सियासी संग्राम जारी है। राष्ट्रपति चुनाव के लिए जहाँ 18 जुलाई को मतदान होना है, वहीं उपराष्ट्रपति पद के लिए 6 अगस्त को वोट डाले जाएंगे। राष्ट्रपति पद के लिए तो, सत्ता पक्ष और विपक्ष ने अपने उम्मीदवारों का ऐलान कर दिया है, लेकिन अभी तक उपराष्ट्रपति पद के लिए किसी ने भी अपने पत्ते नहीं खोले हैं।
हालाँकि, उपराष्ट्रपति पद के लिए कुछ नामों पर जरूर चर्चा चल रही है, जिसमे पूर्व केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी, केरल के गवर्नर मोहम्मद आरिफ खान का नाम प्रमुख है। वहीं अब इस कड़ी में एक और बड़ा नाम सुर्ख़ियों में आया है, और वो है देश के पूर्व मुख्य न्यायाधीश रंजन गोगोई का। वही, रंजन गोगोई जिन्होंने अयोध्या के राम मंदिर और बाबरी मस्जिद मामले में ऐतिहासिक फैसला सुनाया था। अब चर्चाएं हैं कि रंजन गोगोई को देश के नए उपराष्ट्रपति के तौर पर मनोनीत किया जा सकता है। हालाँकि, फ़िलहाल रंजन गोगोई राज्यसभा सांसद हैं, उन्हें 2020 में राष्ट्रपति रामनथ कोविंद की तरफ से इस पद के लिए मनोनीत किया गया था। हालाँकि, उन्हें उम्मीदवार बनने से पहले अपने राज्यसभा सांसद पद से इस्तीफा देना होगा।
दरअसल, भाजपा हमेशा अपने उम्मीदवारों के नाम से सियासी पंडितों को चौंकाती रही है, द्रौपदी मुर्मू के नाम का ऐलान कर भी भाजपा ने बड़ा कार्ड खेला था, जो काफी हद तक कामयाब होता नज़र आ रहा है। ऐसे में अब राजनितिक गलियारों में यह चर्चा जोर पकड़ रही है कि, भाजपा, राज्यसभा सांसद रंजन गोगोई को उपराष्ट्रपति उम्मीदवार बनाकर एक बार फिर सबको हैरान कर सकती है। बता दें कि उपराष्ट्रपति पद के लिए मतदान 6 अगस्त को होने वाला है और वर्तमान उप राष्ट्रपति वेंकैया नायडू का कार्यकाल 10 अगस्त को ख़त्म हो रहा है।
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