आज नागपुर की हरी-भरी पिच पर मुंबई और कर्णाटक की टीम के बीच मुकाबला शरू हुआ. जहां कर्नाटक ने टॉस जीता और पहले गेंदबाजी करने का निर्णय लिया. और कर्णाटक की टीम के लिए यह फैसला इतना सही साबित हुआ कि, उसने अपनी कहर बरपाती गेंदबाजी के दम पर विपक्षी टीम के खिलाफ एक ऐसा कीर्तिमान रच डाला, जो रणजी ट्रॉफी के इतिहास में पहले कभी नहीं रचा गया था.
दरअसल, कर्णाटक की टीम ने गेंदबाजी करते हुए पूरी मुम्बई टीम की बल्लेबाजी को ध्वस्त कर दिया. मुम्बई टीम को एक के बाद एक करारे झटके लगे. टीम का स्कोर 50 रन भी नहीं हुआ था, और मुम्बई की आधी टीम पैवेलियन लौट चुकी थी. उसने 49 रनों के स्कोर पर 6 विकेट गंवा दिए थे. एवं लंच तक स्कोर 74/7 हो गया था. और पूरी टीम अंततः 173 रन के छोटे स्कोर पर ढ़ेर हो गई.
सबसे दिलचस्प और खास बात यह रही कि, रणजी के इतिहास में पहली बार किसी गेंदबाज ने हैट्रिक अपने नाम की हो. ये गेंदबाज कोई और नहीं बल्कि भारतीय अंतर्राष्ट्रीय टीम से खेल चुके विनय कुमार है. इन्होने मुम्बई के स्टार बल्लेबाज पृथ्वी शॉ (2), जय बिस्टा (1), आकाश पारकर (0) को पैवेलियन भेजकर मुंबई को घुटने टेकने पर विवश कर दिया. विनय ने मैच में कुल 6 विकेट झटके.
अभिनव बिंद्रा ने खिलाडिय़ों को बताए टिप्स