बिगबॉस की एक्स कंटेस्टंट माहिरा शर्मा दादासाहेब फाल्के अवॉर्ड की वजह से पिछले कुछ दिनों से काफी चर्चा में हैं।इसके साथ ही उन्होंने कुछ दिन पहले एक सर्टिफिकेट की तस्वीर साझा कर बताया था कि उन्हें दादासाहेब फाल्के अवॉर्ड मिला है। वहीं यह अवॉर्ड उन्हें बिग बॉस की सबसे फैशनेबल कंटेस्टेंट होने पर दिया गया, परन्तु बाद में इस सर्टिफिकेट को फर्जी बताया गया और मीडिया में इस तरह की खबरें आईं कि माहिरा ने इस अवॉर्ड के बारे में झूठ बोला है। फिलहाल उन्होंने इस मामले में अपनी सफाई भी पेश की। अब रश्मि देसाई माहिरा उनके सपोर्ट में आई हैं। असल में रश्मि देसाई और माहिरा शर्मा बिग बॉस 13 की कंटेस्टेंट हैं। शो में रहते हुए इन दोनों के बीच काफी लड़ाई-झगड़ा देखने को मिला था। एक मिडिया रिपोर्टर की खबर के मुताबिक रश्मि ने दादासाहेब फाल्के अवॉर्ड विवाद पर बात करते हुए कहा है कि,'इस मामले में माहिरा की कोई गलती नहीं है। उन्होंने कहा दादासाहेब फाल्के अवॉर्ड की टीम ने हम सभी को आमंत्रित किया था और कहा था कि यहां कुछ होने वाला है। इसलिए इस गड़बड़ के लिए आयोजक जिम्मेदार होने चाहिए। इसके साथ ही क्योंकि दादासाहेब फाल्के अवॉर्ड अपने आप में बड़ी चीज है।'
आयोजकों पर बरसते हुए रश्मि देसाई ने कहा कि, 'उन्हें इन सब चीजों को हल्के में नहीं लेना चाहिए था। इस पूरे विवाद में माहिरा को गलती मांगने के नाम पर रश्मि ने कहा कि, मैंने माहिरा से बात की और कहा कि तुम माफी क्यों मांगोगी ?तुम्हारी कोई गलती नहीं है। आयोजकों ने माहिरा को एक फ्रेम दिया और उन्होंने एक अच्छी सोच के साथ साझा किया और फिर ये सब हो गया।' माहिरा के सपोर्ट में रश्मि देसाई का ये बयान काफी चर्चा में है। ऐसा बताया जा रहा है कि माहिरा शर्मा को जब दादासाहेब फाल्के अवॉर्ड मिला तो इस अवॉर्ड की टीम ने माहिरा के दावों को झूठा बताया था। इसके बाद माहिरा शर्मा ने इस पूरे मामले में सफाई दी है। उन्होंने कहा, 'दादासाहेब फाल्के की टीम ने रविवार को एक बयान जारी किया था। मैं माहिरा शर्मा आपको बताना चाहती हूं कि मेरे विरुद्ध लगे सभी आरोप बेबुनियाद और झूठे हैं।' माहिरा ने बताया कि, 'दादासाहेब फाल्के टीम के प्रमल मेहता की ओर से उनके पास मेल आया था।
इस मेल के जरिए उन्होंने मुझे बिग बॉस की मोस्ट फैशनेबल का कंटेस्टेंट का अवॉर्ड देने की जानकारी दी थी। इसके बाद मेरे मैनेजर ने ये अवॉर्ड रिसीव किया। उस वक्त मैंने अपनी मीडिया बाइट भी दी थी। फिर मैंने इंस्टाग्राम स्टोरी पर अवॉर्ड की तस्वीर लगाई थी। इसलिए मेरे ऊपर लगे आरोप झूठे हैं।' आपकी जानकारी के लिए बता दें कि माहिरा के दादासाहेब फाल्के अवॉर्ड मिलने के दावे पर DPIFF की ऑफिशियल टीम ने कहा था कि किसी भी टीम मेंबर ने माहिरा को यह सर्टिफिकेट नहीं दिया है। माहिरा ने नकली सर्टिफिकेट बनाया है। वहीं माहिरा की इस हरकत को गलत बताते हुए टीम ने उनके विरुद्ध एक इंटीमेशन लेटर जारी किया है। टीम ने इस तरह की गलत पीआर एक्टिविटीज करने के लिए दो दिनों के अंदर माहिरा से सार्वजनिक तौर पर माफी मांगने को कहा है।इसके साथ ही टीम ने यह भी चेतावनी दी है कि यदि वे ऐसा नहीं करती हैं तो उनपर कानूनी कार्रवाई की जा सकती है।
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