पटना: कांग्रस जब मध्य प्रदेश के दिग्गज नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया के भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) में जाने का गम मना रही है, ठीक उसी वक़्त पार्टी की पुरानी सहयोगी राष्ट्रीय जनता दल (राजद) ने भी उसे तगड़ा झटका दिया है. राजद ने अपने हिस्से के दो राज्यसभा सीटों के लिए अपने उम्मीदवारों के नामांकन भी दाखिल करवा दिए जबकि कांग्रेस उसे लोकसभा चुनाव के दौरान किए गए वादों की याद दिलाती रह गई.
राजद के राज्यसभा सांसद और पुराने कारोबारी प्रेमचंद गुप्ता को टिकट मिलना तो पहले से ही निश्चित माना जा रहा था, किन्तु नए खिलाड़ी अमरेन्द्रधारी सिंह को आरजेडी से टिकट दिए जाने से सभी हैरान रह गए. यहां तक कि राजद के वरिष्ठ नेता भी उन्हें नहीं जानते थे क्योंकि नामांकन दाखिल करने से पहले किसी ने उन्हें देखा भी नहीं था.
अमरेन्द्रधारी सिंह पटना के रहने वाले है और बड़े व्यवसायी है. वे जाति से भूमिहार हैं और देश के कई हिस्सों में उनका बिज़नेस फैला हुआ है. राजद ने अपने राष्ट्रीय अध्यक्ष और बिहार के पूर्व सीएम लालू प्रसाद यादव को राज्यसभा चुनाव के लिए प्रत्याशियों के चयन के लिए अधिकृत किया था. लालू प्रसाद यादव ने ही प्रेमचंद गुप्ता और अमरेन्द्रधारी सिंह की दावेदारी पर मुहर लगाई और गुरूवार को दोनों ने अपना नामांकन भी दाखिल कर दिया.
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