नई दिल्लीः केंद्र सरकार ने बीते दिनों आर्थिक मोर्चे पर बड़ा फैसला लेते हुए कॉरपोरेट टैक्स में कटौती का ऐलान किया। सरकार के इस कदम का उद्योग समेत अन्य संस्थाओं ने स्वागत किया। इस कदम का रेटिंग एजेंसी इकरा ने भी स्वाग्त किया है। उन्होंने वित्त मंत्री के इस निर्णय की प्रशंसा करते हुए कहा है कि इससे निवेश को बढ़ावा मिलेगा। रेटिंग एजेंसी ने कहा है कि कॉरपोरेट टैक्स में कटौती से इकोनॉमिक ग्रोथ को गति मिलेगी और निवेश बढ़ेगा, जिससे खपत में वृद्धि होगी।
हालांकि टैक्स कटौती का असर सेक्टर के हिसाब से अलग-अलग हो सकता है, लेकिन अंत में बचत का लाभ उपभोक्ताओं को मिलेगा। एजेंसी के वाइस प्रेसिडेंट शमशेर दीवान ने कहा कि सरकार द्वारा उठाया गया कदम बिजनेस भावना को मजबूत करने वाला है। निश्चित तौर पर इसका असर खपत पर पड़ेगा। साथ ही लंबे समय के दौरान यह निवेश को आकर्षित करने में सहायक होगा। भारत में बीते कुछ सालों के दौरान हुई यह सबसे बड़ी टैक्स कटौती है। इससे पहले यहां कॉरपोरेट टैक्स की दरें काफी ज्यादा थीं।
इकरा के अनुसार भारत में टैक्स देने वाले उद्योग बहुत सीमित हैं। ऑयल, गैस, मेटल, माइनिंग और आइटी जैसे सेक्टरों का टैक्स में सबसे ज्यादा योगदान रहता है। इकरा ने 420 कंपनियों पर हुए शोध के माध्यम से बताया है कि ऑटोमोबाइल, एफएमसीजी, कंज्यूमर ड्यूरेबल्स, बिल्डिंग मैटीरियल्स और ऑयल एंड गैस जैसे सेक्टर को टैक्स कट से सबसे ज्यादा लाभ होगा। इस समय यह सेक्टर प्रस्तावित 25.17 परसेंट से कहीं ज्यादा टैक्स देता है।
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