राज्य में श्री जगन्नाथ मंदिर के रत्नभंडार की चाबी खोने का मामला तूल पकड़ता जा रहा है. इस मामले पर प्रदेश सरकार को भजपा सहित सभी विपक्षी दल घेरने में लगे हैं. भारतीय जनता पार्टी लगातर इस मुद्दे पर मुख्यमंत्री पर दबाब बनाने में लगी है. ये मामला जब से सामने आया है भाजपा लगातार मुख्यमंत्री से जवाब मांगा रही है.
भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता पीतांबर आचार्य ने भुवनेश्वर में पत्रकारों से चर्चा करते हुए कहा कि श्रीमंदिर को दान के तौर पर भक्तों से मिलने वाले आभूषणों के रखरखाव के लिए स्वतंत्र फाउंडेशन फंड बना हुआ है जिसके अध्यक्ष खुद मुख्यमंत्री हैं. मुख्यमंत्री को यह बताना चाहिए कि पिछले 18 साल में इस कमेटी की कितनी बार बैठक हो चुकी है और दान में मिले आभूषणों को बैंक लॉकर में क्यों रखा गया है.
पीतांबर आचार्य ने मुख्यमंत्री नवीन पटनायक पर हमला करते हुए मुख्यमंत्री से जवाब देनें को कहा है. उन्होनें कहा है कि कमेटी का मुखिया होने के बावजूद मुख्यमंत्री ने अपनी कौन सी जिम्मेदारी निभाई है. उन्होनें कह है कि पहले तो सिंहद्वार थाने में शिकायत दर्ज नहीं कराई गई और अचानक उसी रात को जिलाधीश कार्यालय से रत्न भंडार की डुप्लीकेट चाबी मिलना संदेह उत्पन्न करता है.
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