आप सभी जानते ही होंगे हिंदू धर्म में रामायण ग्रंथ को बहुत ही पवित्र और खास माना जाता हैं. ऐसे में रामायण मनुष्य के जीवन को जीने की प्ररेणा देती हैं इस ग्रंथ में यह बताया गया हैं कि मनुष्य को अपने जीवन में क्या करना चाहिए वही रामायण कथा के अहम किरदारों में एक है रावण. वैसे हम सभी जानते ही हैं कि भले ही रावण का किरदार नकारात्मक रहा लेकिन इस तथ्य को कोई झुठला नहीं सकता हैं कि रावण एक प्रकाण्ड विद्वान था.
जी हाँ और रावण भगवान शिव का परम भक्त था. जी दरअसल उसने शिव की स्तुति में शिव तांडव स्तोत्र की रचना की थी और आज हम आपको उसी के बारे में बताने जा रहे हैं. जी दरअसल रावण भगवान शिव का परम भक्त होने के साथ ही महान तांत्रिक और ज्योतिषी भी था और लंकापति रावण की तंत्र विद्या और ज्योषि का सार रावण संहिता में मिलता हैं इसमें रावण ने जहां कई ज्योतिषीय रहस्य खोले हैं वही कुछ उपाय ऐसे भी बताए गए है जिनसे मनुष्य की किस्मत चमक सकती है. आइए जानते हैं. कहा जाता है सुबह जल्दी उठकर स्नान आदि से निवृत होकर बरगद के वृक्ष के नीचे आसान बिछाकर 'ॐ ह्रीं श्रीं क्लीं नम: ध्व: ध्व: स्वाहा' इस मंत्र का 1100 बार जप करना चाहिए और जप के लिए रुद्राक्ष की माला का उपायोग करना उचित होता हैं.
जी दरअसल 21 दिनों तक ऐसा करने से मंत्र सिद्ध हो जाता हैं और धन की प्राप्ति के मार्ग भी खुल जाते हैं. इसी के साथ आय के लिए शाम के समय नियमित रूप से 40 दिनों तक 'ॐ सरस्वती ईश्वरी भगवती माता क्रां क्लीं, श्रीं श्रीं मम धनं देहि फट् स्वाहा.' मंत्र जाप करना चाहिए. वहीं अगर आपको आमदनी बढ़ा लेनी है तो इसके लिए आपको कुबेर का मंत्र 'ॐ यक्षाय कुबेराय वैश्रवाणाय, धन धन्याधिपतये धन धान्य समृद्धि मे देहि दापय स्वाहा.' का जाप करना चाहिए. ध्यान रहे जप करते वक्त अपने पास एक कौड़ी रखें तीन माह तक इस मंत्र का रोजाना जप करने के बाद कौड़ी को उस स्थान पर रख दें जहां आप धन रखते हैं इससे आपको बड़ा लाभ होगा.
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