इस बार खेल अवार्डों की इनामी रकम में भी भारी वृद्धि की गई. उच्चतम खेल सम्मान राजीव गांधी खेल रत्न की खिताबी रकम में 70 प्रतिशत की वृद्धि की गई. यानि कि जिस उच्चतम खेल सम्मान के लिए अब तक साढ़े सात लाख रुपये प्राप्त होते थे. इस बार 25 लाख रुपये दिए गए. लोकप्रिय अर्जुन अवॉर्ड की खिताबी रकम को भी तीन गुना किया गया. अब तक इस पुरस्कार के लिए प्लेयर्स को पांच लाख रुपये प्रदान किये जाते थे, किन्तु इस रकम को 15 लाख रुपये कर दिया गया.
नेशनल स्पोर्ट्स डे के अवसर पर मंत्री किरेन रिजिजू ने इसका ऐलान किया. यही नहीं ध्यानचंद ख़िताब तथा लाइफ टाइम द्रोणाचार्य पुरस्कार की खिताबी रकम में भी वृद्धि की गई. इन दोनों पुरस्कारों के लिए अब पांच लाख रुपये दिए जाते रहे, परन्तु अब इसके लिए 15 लाख रुपये खिताबी रकम की गई. वही COVID-19 महामारी के कारण खेल अवार्डो की बरसों पुरानी रीत इस बार टूट गई.
हॉकी के जादूगर मेजर ध्यानचंद के जन्मदिन के अवसर पर प्रत्येक वर्ष 29 अगस्त को स्पोर्ट्स डे मनाया जाता है, तथा इसी दिन राष्ट्रपति भवन में महामहिम द्वारा प्लेयर्स को सम्मानित भी किया जाता रहा है, किन्तु इस बार यह सम्मान समारोह ऑनलाइन ऑर्गनाइस हुआ. इस अवसर पर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने प्लेयर्स की हौसला अफजाई करते हुए कहा कि आप सबने यह साबित किया है कि इच्छा, लगन तथा श्रम के बल पर सभी परेशानियों को दूर किया जा सकता है. आज का यह अवार्ड कार्यक्रम, कठोर श्रम तथा समर्पण से हासिल की गई आप सबकी उपलब्धि का उत्सव है. इसी के साथ कोरोना के कारण कई बदलाव हुए है.
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