मुंबईः बीसीसीआई में एक बड़ा बदलाव होने जा रहा है। टीम इंडिया के पूर्व कप्तान और दादा के नाम से मशहूर सौरव गांगुली बीसीसीआई के नए अध्यक्ष पद को संभालने जा रहे हैं। ऐसे में इसको लेकर तमाम तरह की बातें शुरू हो गई हैं। माना जा रहा है कि गांगुली का अध्यक्ष बनना भारतीय क्रिकेट टीम के कोच रवि शास्त्री के लिए बड़ा झटका है। दोनों मतभेद किसी से छिपे नहीं हैं। बीसीसीआइ की क्रिकेट सलाहकार समिति (सीएसी) में रहते गांगुली शास्त्री को कोच के लिए नहीं चुनना चाहते थे। वहीं, एक बार एक टॉक शो में भी शास्त्री ने गांगुली के बारे में एक विवादित बयान दिया था। इसके बाद दोनों के बीच में तल्खी किसी से भी छुपी नहीं थी।
अब जब गांगुली बीसीसीआइ अध्यक्ष बनने जा रहे हैं तो शास्त्री के लिए मुश्किल खड़ी होना तय है। एक टॉक शो में टीम इंडिया के मुख्य कोच शास्त्री ने कहा था कि मुझे समय की पाबंदी पसंद है। मैं इससे कभी समझौता नहीं करता हूं। मुझे लगता है कि यह एक आदत है। एक बार 2007 में बांग्लादेश दौरे पर मैं टीम इंडिया का मैनेजर था। हम सभी बस में बैठे थे और गांगुली ने देर कर दी।
तब हम उन्हें छोड़कर चले गए थे। तब गांगुली ने इसका जवाब दिया था कि आप शास्त्री का सुबह इंटरव्यू नहीं कर सकते हो। आप उन्हें ब्रेकफास्ट शो पर मत बुलाइए क्योंकि उन्हें याद नहीं रहता है वह क्या कहते हैं। जब मैं उनसे मिला तो मैं उनसे पूछूंगा कि आपने क्या कहा। मुझे लगता है कि ऐसा कभी हुआ ही नहीं था, लेकिन अच्छा यही है कि उनका सुबह की जगह शाम में इंटरव्यू किया जाए क्योंकि वह तब सभी बात याद रख पाएंगे।
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