नई दिल्ली: मीडिया चैनल NDTV में अडानी ग्रुप की एंट्री होने के बाद इस्तीफा देने वाले रवीश कुमार ने एक और इंटरव्यू दिया है। इस इंटरव्यू में उन्होंने NDTV में ही काम कर चुकीं पत्रकार बरखा दत्त की खिंचाई करते हुए कहा कि मैं ऐसी कोई बात नहीं कहना चाहता, जिससे उन्हें ठेस पहुंचे, मगर मुझे याद है कि एक बार NDTV में रहते हुए उन्हें चक्कर आ गया था। मैंने देखा कि डॉ. प्रणव रॉय, उनके तलवे रगड़ रहे थे, ताकि उनकी तबीयत ठीक हो जाए। रवीश कुमार ने कहा कि, यह मेरी आंखों से देखा हुआ वाकया है। उन दिनों तो बरखा वहां मैनेजिंग एडिटर थीं, वही बता सकती हैं कि तब वहां क्या होता था।
Am confused. When Mukesh Ambani owned 30% of NDTV it was free and when Gautam Adani purchases that 30% its obituary time? Pray, how? So much politicking & humbug in the discourse both for or against, both narratives ignore the elephant in the room- revenue model of TV is broken.
— barkha dutt (@BDUTT) December 1, 2022
बता दें कि NDTV में अडानी की एंट्री के बाद बरखा दत्त ने ट्वीट करते हुए कहा था कि, ‘मैं उलझन में हूं। क्योंकि, जब मुकेश अंबानी के पास एनडीटीवी का 30% हिस्सा था, तो यह (NDTV) मुक्त हुआ करता था और जैसे ही गौतम अडानी के पास 30 फीसद हिस्सा आया तो NDTV बिक गया ? प्रार्थना करो, कैसे? पक्ष या विपक्ष दोनों में इतनी राजनीति और हठधर्मिता, दोनों आख्यान कमरे में हाथी को नजरअंदाज करते हैं- टीवी का राजस्व मॉडल टूट गया है।' रवीश, बरखा दत्त के इसी ट्वीट पर जवाब दे रहे थे।
इंटरव्यू में जब रवीश कुमार से सवाल किया गया कि क्या किसी विपक्षी पार्टी ने आपसे कभी संपर्क किया है या चुनाव लड़ने की पेशकश दी है, तो उन्होंने साफ इंकार कर दिया। रवीश ने कहा कि मेरे दोस्त और शुभचिंतक कहते रहते हैं कि मुझे पॉलिटिक्स में आना चाहिए। आप कल्पना करिए कि मैं लोकसभा में हूं और मेरे सामने वो हों, लोकसभा तो कोई नहीं खरीद सकता न। मगर, काम वही करना चाहिए, जो आपके सपने में आए, मेरे सपने में अभी भी टीवी आता है।
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