दो साल पहले हुई सर्जिकल स्ट्राइक हुई और फ़िलहाल उसके जारी वीडियो ने फिर एक मुद्दा दे दिया है जिस पर बीजेपी वह वह कर रही है वही विपक्ष अपनी जिम्मेदारी निभा रहा है. कांग्रेस को वीडियो की टाइमिंग को लेकर संशय है और कहा जा रहा है कि मोदी सरकार सर्जिकल स्ट्राइक का उपयोग राजनीती में कर रही है. जवाब भी लाजमी है सो ये काम किया है केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने. उन्होंने कहा कि कांग्रेस लगातार सर्जिकल स्ट्राइक पर सवाल उठा रही है. इससे पाकिस्तानी आतंकवादियों को खुशी मिल रही होगी. उन्होंने कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने सर्जिकल स्ट्राइक को खून की दलाली कहा था. उनकी माता सोनिया गांधी ने इससे पहले मौत के सौदागर जैसे शब्दों का प्रयोग कर चुकी हैं.
उन्होंने कहा कि गुलाम नबी आजाद भी सेना पर सवाल उठा रहे हैं और कह रहे हैं कि सेना आतंकवादियों को कम बल्कि नागरिकों को ज्यादा मारते हैं. रविशंकर प्रसाद ने कहा कि आज भी लोग सवाल उठा रहे हैं कि ये सीडी कहां से आई ये अभी क्यों जारी की गई. लेकिन कांग्रेस के बयानों पर अगर कोई सबसे खुश है तो वह पाकिस्तान में बैठे आतंकवादियों को होगी. उन्होंने कहा कि क्या देश में सेना के मनोबल को तोड़ना ही कांग्रेस का काम है.
उन्होंने आरोप लगाया कि कारगिल की विजय के दौरान भी कांग्रेस के नेताओं ने भारत की जीत पर सवाल उठाए थे. इस फुटेज में साफ दिख रहा है कि सेना ने बिना किसी खंरोच के पाकिस्तानी आतंकवादियों को ढेर कर दिया. सर्जिकल स्ट्राइक 2016 में हुई थी तब से अब तक कई राज्यों में चुनाव हो चुके हैं क्या तब ये जारी हुआ. तो अब इस पर क्यों सवाल उठाए जा रही है. रविशंकर बोले कि कांग्रेस पाकिस्तानी आतंकवादियों के मनोबल को बढ़ा रही है. उन्होंने कांग्रेस पर आरोप लगाया कि कांग्रेस पार्टी आज हताशा में है. हमारी सरकार का एक ही मंत्र है जो होना है, वह होकर रहेगा, चाहे आप कुछ भी कहिए, जो नहीं होना चाहिए, वह कतई नहीं होगा, चाहे आप कुछ भी कीजिए.
बीजेपी नेता ने कहा कि कांग्रेस के नेता होमवर्क नहीं करते है. कांग्रेस सरकार बिना कमीशन के हथियार नहीं खरीदती थी लेकिन आज रक्षा दलालों के लिए भारत में कोई जगह नहीं है. उन्होंने कहा कि जब रक्षामंत्री जम्मू-कश्मीर में शहीद औरंगजेब के घर गईं तो कांग्रेस ने इसे नाटक बताया. औरंगजेब देश का शहीद जवान है. दूसरी ओर कांग्रेस पार्टी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तुलना मुगलशासक औरंगजेब से की जो शर्मनाक है.
क्या है आपातकाल? जानें इससे जुड़े जरूरी सवालों के जवाब
क़ानून मंत्री ने बताया, 4 साल में हुई रिकॉर्ड संख्या में जजों की भर्ती
इस सरकारी फैसले के बाद नहीं बच सकेगा एक्सीडेंट करने वाला आरोपी