नई दिल्ली: भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के गवर्नर शक्तिकांत दास ने आज प्रेस वार्ता की। कोरोना वायरस के कारण अर्थव्यवस्था को नुकसान हो रहा है। ऐसे में लॉकडाउन बढ़ने के बाद इकॉनमी को हो रहे नुकसान से बचाने के लिए RBI गवर्नर की यह कॉन्फ्रेंस अहम है। उन्होंने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से संबोधित किया। उन्होंने कहा कि, RBI कोरोना वायरस को लेकर सतर्क है। RBI इसकी करीब से निगरानी कर रहा है। गवर्नर ने कहा कि रेपो रेट में कोई परिवर्तन नहीं किया गया है। यह 4.4 फीसदी पर स्थिर है। रिवर्स रेपो रेट 0.25 फीसदी से कम करते हुए 3.75 फीसदी कर दी गई है।
उन्होंने कहा कि TLTRO के जरिए RBI सिस्टम में 50,000 करोड़ रुपये डालेगा। RBI ने नाबार्ड को 25 हजार करोड़ रुपये, SIDBI को 15 हजार करोड़ रुपये और नेशनल हाउसिंग बैंक (NHB) को 10 हजार करोड़ देने की घोषणा की है। उन्होंने कहा कि देश में विदेशी मुद्रा का पर्याप्त भंडार है। हालांकि, मार्च में देश के निर्यात के हालात काफी खराब रहे हैं। फॉरेक्स रिजर्व अभी 476.5 अरब है। उन्होंने कहा कि लॉक डाउन के बाद भी G-20 देशों में भारत की स्थिति बेहतर रहेगी।
अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) के मुताबिक, देश की आर्थिक वृद्धि दर 1.9 फीसदी रहने की संभावना है। देश में बैंकिंग कारोबार सामान्य बनाए रखने की कोशिश जारी है। वित्तीय संस्थानों ने विशेष तैयारी की है। देश में 91 प्रतिशत एटीएम काम कर रहे हैं।
कोरोना: GDP पर बोले RBI गवर्नर, कहा- G-20 देशों से बेहतर भारत की स्थिति
कोरोना वैक्सीन बनाने के करीब पहुंचा भारत, मिली बड़ी सफलता
लॉकडाउन में ख़त्म हुआ नूडल्स का स्टॉक, दिल्ली में सबसे ज्यादा किल्लत