नई दिल्ली: भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के गवर्नर शक्तिकांत दास ने गुरुवार यानी आज मौद्रिक नीति पर बैठक में हुए फैसले के संबंध में जानकारी दी है। RBI ने प्रमुख नीतिगत दर रेपो को चार फीसद पर कायम रखा है। यह लगातार 10वीं बार है जब नीतिगत दर को रिकॉर्ड निचले स्तर पर कायम रखने का निर्णय लिया गया है। यानी लोन EMI पर राहत के लिए ग्राहकों को अभी और प्रतीक्षा करनी होगी। दरअसल, रेपो रेट में कटौती के बाद बैंकों पर ब्याज दर घटाने का दबाव होता है। बैंक ब्याज दर कम करती है, तो EMI भी कम हो जाती है।
RBI गवर्नर ने कहा कि रेपो रेट बिना किसी संशोधन के साथ 4 फीसद ही रहेगा। MSF रेट और बैंक रेट बिना किसी परिवर्तन के साथ 4.25 फीसद रहेगा। रिवर्स रेपो रेट भी बिना किसी संशोधन के साथ 3.35 फीसद रहेगा। GDP के बारे में RBI गवर्नर ने बताया कि 2022-23 के लिए रियल GDP ग्रोथ 7.8 फीसद रहने का अनुमान है। उन्होंने कहा कि तीसरी महामारी की लहर की वजह से आर्थिक गति का कुछ नुकसान हुआ। वित्त वर्ष 22 में 9.2 प्रतिशत की वास्तविक GDP वृद्धि इकॉनमी को महामारी से पहले के स्तर से ऊपर ले जाएगी।
उन्होंने महंगाई पर चिंता प्रकट करते हुए कहा कि मौजूदा तिमाही में मुद्रास्फीति चरम पर है और आगामी वित्त वर्ष की दूसरी छमाही में इसमें नरमी आने की संभावना है। 2022-23 के लिए CPI मुद्रास्फीति 4.5 फीसद रहने का अनुमान है। इसके साथ ही शक्तिकांत दास ने बैंकों से पूंजी बढ़ाने, जोखिम प्रबंधन में सुधार करने का आह्वान किया।
जॉनसन एंड जॉनसन पर पूरी दुनिया में लग सकता है बैन, जानिए क्या है वजह ?
कश्मीर पर ‘Hyundai’ का विवादित ट्वीट, सोशल मीडिया पर ट्रेंड हुआ #BoycottHyundai