नई दिल्ली: भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के गवर्नर शक्तिकांत दास ने कहा कि ईंधन की कीमत में कमी लाने के लिए केंद्र और राज्य सरकारों के बीच समन्वित प्रयास किए जाने की जरुरत है। उन्होंने कहा कि पेट्रोल, डीजल की कीमत में कमी के लिए इन पर लगने वाले टैक्सों के मामले में केंद्र और राज्यों को मिलकर कदम उठाना चाहिए। RBI गवर्नर बांबे चैंबर ऑफ कामर्स द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम में सम्बोधन दे रहे थे।
इस दौरान उन्होंने कहा कि, 'केंद्र और राज्यों के बीच समन्वित कार्रवाई की जरुरत है, क्योंकि दोनों के द्वारा ही ईंधन पर टैक्स लगाए जाते हैं।' हालांकि, दास ने यह भी कहा कि केंद्र और राज्यों दोनों पर ही राजस्व जमा करने का दबाव बना हुआ है। उन्हें देश और लोगों को कोरोना महामारी से उत्पन्न दबाव से बाहर निकालने के लिए बड़ी धनराशि खर्च करनी पड़ रही है। उन्होंने कहा कि, 'ऐसे में राजस्व की आवश्यकता और सरकारों की मजबूरी पूरी तरह से समझ में आती है। किन्तु इसके साथ ही यह भी समझने की आवश्यकता है कि इसका मुद्रास्फीति पर भी प्रभाव पड़ता है। पेट्रोल और डीजल के ऊंचे दाम का विनिर्माण उत्पादन की लागत पर असर पड़ता है।'
उन्होंने कहा कि रिजर्व बैंक डिजिटल मुद्रा पर आंतिरक तौर पर बहुत काम कर रहा है और जल्द ही एक व्यापक दिशानिर्देश के साथ प्रगति दस्तावेज जारी किया जाएगा। उन्होंने कहा विनिर्माण क्षेत्र वृद्धि की रफ़्तार में सुधार लाने का काम कर रहा है। इसके साथ ही देश का MSME सेक्टर, अर्थव्यवस्था की बढ़ोतरी का इंजन बनकर आगे आया है। गवर्नर ने कंपनियों को स्वास्थ्य सुविधाओं के क्षेत्र में अधिक निवेश करने की आवश्यकता पर भी जोर दिया।
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