नई दिल्ली. रिजर्व बैंक ऑफ़ इंडिया ने एक आरटीआई के जवाब में कहा है कि फ़िलहाल देश में शरिया बैंक की शुरुआत के लिए कोई निश्चित तारीख नहीं है. बता दे कि शरिया बैंक इस नियम पर आधारित है जिसमे ब्याज लेना मना है. इसमें ब्याज मुक्त कर्ज देने की वकालत की गई है. बता दे कि बीते वर्ष नवम्बर में केंद्रीय बैंक ने इस्लामिक विंडो खोलने का प्रस्ताव रखा था ताकि देश में धीरे धीरे ही सही ब्याज मुक्त बैंकिंग लागु की जा सके.
आरटीआई के जवाब में आरबीआई ने कहा, हमारी और से फ़िलहाल इसे लेकर कोई कदम नहीं उठाए गए है, ब्याज मुक्त बैंकिंग व्यवस्था को शुरू करने के लिए कोई तय डेडलाइन नहीं है. इसके अलावा केंद्रीय बैंक ने बताया कि ब्याज मुक्त बैंकिंग व्यवस्था शुरू करने के लिए अभी क़ानूनू तकनीकी और रेग्युलेटरी मुद्दों का अध्ययन किया जा रहा है.
बता दे कि बीते वर्ष फरवरी में आरबीआई की और से लिखे केंद्र सरकार को पत्र में इस्लामिक बैंकिंग को लेकर बात कही गई थी. जिसके जवाब में केंद्र ने कहा था कि भारत के बैंको को इस बारे में कोई अनुभव नहीं है. इसे चरणबद्ध तरिके से या प्रयोग के तौर पर शुरू किया जा सकता है.
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