मुम्बई : भारतीय रिजर्व बैंक के गवर्नर उर्जित पटेल ने कहा कि 500 और 1,000 के पुराने नोट चलन से बाहर किए जाने के बाद भारत की आर्थिक वृद्धि में जबरदस्त सुधार आएगा.एक टीवी साक्षात्कार में पटेल ने कहा इस बात पर सभी सहमत हैं कि अर्थव्यवस्था में एक तेज गिरावट की स्थिति आई है लेकिन यह बहुत छोटी अवधि के लिए है. नई मुद्रा तेज गति से डाली जा रही है.
नोटबंदी के बाद जारी नकद की किल्लत पर बोलते हुए पटेल ने कहा कि नई करेंसी के संचार के लिए रिजर्व बैंक ने पूरी तैयारी की थी. नई करेंसी की छपाई के साथ-साथ देशभर में उसके वितरण को केन्द्रीय बैंक ने जल्द से जल्द करने की कोशिश की.डोनाल्ड ट्रंप की सरकार के काल में व्यापार संरक्षणवाद बढ़ने की संभावना के बीच पटेल ने भूमंडलीकरण को जारी रखने की मजबूत वकालत करते हुए कहा कि मुक्त व्यापार से भारत को लाभ मिला है.
उल्लेखनीय है कि पिछले हफ्ते रिजर्व बैंक ने मौजूदा वित्त वर्ष में आर्थिक वृद्धि के अनुमान को घटाकर 6.9 फीसदी कर दिया था जो पहले 7.1 फीसदी रखा गया था. लेकिन उसने वित्त वर्ष 2017-18 में इसके फिर से 7.4 फीसदी पर रहने का अनुमान जताया. पटेल ने कहा कि पुरानी बेकार हो चुकी 86 फीसदी मुद्रा के चलन से बाहर होने के फायदे सामने आने में समय लगेगा.
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