यदि किसी व्यक्ति पर शनि देव की साढ़े साती चल रही हो या उसके जन्मकुंडली में शनि अशुभ ग्रह के प्रभाव में हो तो उस व्यक्ति को अनेको परेशनियां घेर लेती है जैसे व्यवसाय में हानि,आदि
शनि दोष निवारण के लिए भगवान शिव के पंचाक्षर मन्त्र ओम नमः शिवाय का जप करना चाहिए तथा इसके साथ ही महामृत्युंजय जाप
ॐ त्र्यंबकं यजामहे सुगन्धिं पुष्टिवर्द्धनं उर्वारुकमिव बन्धनान् मृत्योर्मुक्षीय मामृतात्’
और अधिक लाभकारी एवं शीघ्र प्रभावशाली होता है.
शनिदेव को अति शीघ्र प्रसन्न करने के लिए मंगवार और शनिवार के दिन हनुमान जी के पूजा विशेष फलदायी होती है. इन दोनों दिन हनुमान जी के मंत्र
”ॐ हनुमन्ते नमः”
का जाप करना चाहिए. नित्य हनुमान चालीसा और सुंदरकांड के पाठ करने से शनि देव के अशुभ प्रभाव दूर होते है तथा परिवार में सुख-सम्पति में वृद्धि होती है.
इस मंत्र के जाप से करे शनिदेव को प्रसन्न