मोटापा सब बिमारियों की जड़ होता है. आजकल 16 साल का युवक भी 80 किलोग्राम का हो सकता है. मोटा आदमी बहुत सुस्त होता है. उसमें चुस्ती-फुर्ती नहीं होती है और उसकी शारीरिक क्षमता भी बहुत कम होती है. उसे हमेशा सामाजिक उपेक्षा का सामना करना पड़ता है.
हम सबकी तरह उसके जीवन में भी कायाकल्प करने वाला समय आता है. आपके जीवन में वो मोड़ है प्राकर्तिक चिकित्सा. प्राकृतिक चिकित्सा के द्वारा मोटापा ठीक हो सकता है. प्राकृतिक चिकित्सा के दौरान पहले आठ से दस दिन तक फल खान चाहिए.
इसके बाद 7 दिन तक केवल पानी ही पिए. प्राक्रतिक उपचार विधियाँ और हलके – फुल्के योगासन करते रहे. पहले दो से तीन दिन बहुत कमजोरी महसूस होगी, चक्कर भी आएंगे और सिर दर्द भी होगा. भूख भी लगेगी. लेकिन चार पांच दिन बाद मल में चिकनाहट आजायेगी. आप बस फल और उबली सब्जियां खाते जाए. उसके बाद आप कुछ दिन तक बहुत हल्का भोजन, केवल रात के समय करे. इन सब तरीकों से तीन महीने में आपका वजन घट जाएगा.