नई दिल्ली: कोरोना वायरस का असर देश में रियल एस्टेट सेक्टर पर भी दिख रहा है। मांग में कमी आने के चलते प्रॉपर्टी 10 से 20 और जमीन 30 फीसदी तक सस्ती हो सकती है। दाम में कटौती का यह आकलन रॉयटर्स ने अपने एक सर्वेक्षण में किया है। वहीं, संपत्ति को लेकर परामर्श देने वाली कंपनी एनरॉक के मुताबिक, कोरोना वायरस संक्रमण के चलते इस वर्ष देश के सात बड़े शहरों में घरों की बिक्री में 35 फीसदी की गिरावट आ सकती है।
बीते एक दशक में यह सबसे बड़ी गिरावट होगी। रॉयटर्स के मुताबिक, बीते कुछ दशकों में प्रॉपर्टी के दामों में बेतहाशा बढ़ोतरी हुई थी, किन्तु कोरोना संकट के कारण अब इसमें करेक्शन का दौर है। इस संदर्भ में रियल एस्टेट कंसल्टेंसी फर्म लिआस फोरास के मुख्य कार्यकारी अधिकारी पंकज कपूर ने कहा कि देश के विभिन्न क्षेत्रों में प्रॉपर्टी की कीमतों में 10-20 फीसदी की गिरावट आ सकती है। जबकि जमीन की कीमतों में 30 फीसदी तक की गिरावट आ सकती है।
गत वर्ष एनबीएफसी संकट के चलते रियल एस्टेट कंपनियों के पास लिक्विडिटी की कमी से स्थिति बिगड़ गई थी। डेवलपर्स को छूट की पेशकश करनी पड़ रही थी। अब खरीदार बड़ी कटौती की आशा कर सकते हैं। भारत में कोरोना को रोकने के लिए 14 अप्रैल तक लॉकडाउन लागू किया गया है, जिसने रेसिडेंशियल रियल एस्टेट को गंभीर रूप से प्रभावित किया है।
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