देश के राजनीतिक गलियारों में जंगल की आग की तरह एक खबर की हर जगह चर्चा है, वो यह कि आरएसएस की विरोधी रही कांग्रेस के पूर्व वरिष्ठ नेता और पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने आरएसएस के कार्यक्रम में जाकर स्वयंसेवकों को संबोधित किया, वहीं प्रणब दा के इस फैसले के बाद जहाँ कई कांग्रेसी नेताओं ने उनका विरोध किया तो वहीं उनकी बेटी शर्मिष्ठा मुखर्जी ने भी उनके फैसले पर नाराजगी जताई थी, लेकिन इन सबके बीच एक फोटो जो इस समय सोशल मीडिया पर धड़ल्ले से शेयर की जा रही है वो बहस का मुद्दा बना हुआ है, आइए बताते है क्या है उस तस्वीर में.
दरअसल प्रणब दा के नागपुर दौरे से पहले सोशल मीडिया का एक तबका इसे आरएसएस और बीजेपी की जीत बताकर प्रचारित कर रहा था वहीं जैसे ही आदरणीय प्रणब मुखर्जी ने अपना भाषण खत्म किया उसके बाद ही सोशल मीडिया पर एक तस्वीर घूमते आई है जिसमें संघ प्रमुख मोहन भागवत के साथ प्रणब मुखर्जी आरएसएस की स्टाइल में आरएसएस के ध्वज को प्रणाम करते दिखाई दे रहे वहीं उनके सर पर भी आरएसएस की टोपी लगाई गई है, किसी एडिटिंग ऐप्प से बनाई गई इस फोटो का सच जानने के लिए ज्यादा मुश्किलों का सामना नहीं करना पड़ा, सच सीधे टीवी में दिखाई दे रहा था, जो लाइव टेलीकास्ट था, जिसमें उनके सर पर ऐसी कोई टोपी नहीं थी वहीं उनके खड़े रहने का स्टाइल भी सीधा था जैसे राष्ट्रगान के दौरान होता है.
See, this is exactly what I was fearing & warned my father about. Not even few hours have passed, but BJP/RSS dirty tricks dept is at work in full swing! https://t.co/dII3nBSxb6
— Sharmistha Mukherjee (@Sharmistha_GK) June 7, 2018
वहीं इस फोटो वायरल के खेल के बाद प्रणब मुखर्जी की बेटी शर्मिष्ठा मुखर्जी ने एक ट्वीट करते हुए कहा कि "जिस चीज का डर था वहीं हुआ, मैंने पापा को इस बारे में चेताया था. बीजेपी/आरएसएस के कार्यकर्ता अपने काम पर लग गए है." बता दें, प्रणब दा के इस दौरे से पहले शर्मिष्ठा के बीजेपी की सीट से चुनाव लड़ने की अफवाह भी फैलाई जा रही थी.
हालाँकि यह ट्रेंड पहली बार नहीं है देश में इस तरह की कई चीजें सोशल मीडिया में शेयर होकर आती है. ऐसी फेक न्यूज़ या फेक पोस्ट को बनाने वाले एक विचारधारा के होते है जो झूठ के माध्यम से यह दिखाने की कोशिश करते है कि देश में जो हो रहा है उनके मुताबिक हो रहा है. ऐसी चीजें शेयर करने वाले किसी की इज्जत नहीं करते चाहे वो फिर देश का राष्ट्रपिता ही क्यों न हो पूर्व राष्ट्रपति तो इनके लिए बहुत छोटी सी बात हो गई है इन चीजों को देखकर लगता है जैसे संघ में लाठियां चलाने के आलावा फोटोशॉप चलाने की ट्रेनिंग भी दी जाती है. वैसे भी अब चुनाव आने को है, इससे पहले ये लोग अपने-अपने काम पर लगने वाले है बाकि भारत माता की जय...