चेहरे के किसी भी हिस्से पर आपको पिम्पल उठ जाते हैं. इसके कई कारण हो सकते हैं. अपनी ठोड़ी और चेहरे के टी-जोन (माथा, नाक, होंठ के ऊपर-नीचे का हिस्सा) पर मुहांसे यानि पिंपल्स से परेशान होने लगते हैं. कुछ लोगों का मानना है कि ऑयली स्किन पर इस तरह के पिंपल्स होने की ज्यादा संभावना होती है. लेकिन आपको बता दें कि ड्राई और कॉम्बिनेशन स्किन वाले लोगों को भी एक्ने ब्रेकआउट होने का खतरा होता है. लेकिन हम आपको बताने जा रहे हैं कि किस तरह से इसे ठीक किया जा सकता है.
युवाओं में इन हिस्सों के छिद्र बंद होने से उन्हें इस तरह के पिंपल्स होने का अधिक खतरा होता है. तनाव, गर्भावस्था, मासिक धर्म चक्र, गर्भनिरोधक गोलियां लेना शुरू करना या रोकना आदि से ये क्षेत्र प्रभावित होते हैं.
स्किन के छिद्र बंद हो जाने से ऑयल त्वचा के छिद्र के अंदर रह जाता है. यानि इससे ऑयल ग्लैंड्स में बाधा होती है और इसका नतीजा पिंपल्स के रूप में नज़र आता है.
प्रोपियनीबैक्टेरियम एक्ने (Propionibacterium acnes) बैक्टीरिया से केमिकल जारी होता है, जिससे तेल की संरचना में परिवर्तन होता है. इससे त्वचा में जलन और सूजन होने लगती है.
ठोड़ी पर मुहांसे हार्मोनल परिवर्तन के कारण भी होते हैं. वसामय ग्रंथियां (Sebaceous glands) विशेष रूप से एण्ड्रोजन हार्मोन के नियंत्रण में हैं. वसामय ग्रंथि एण्ड्रोजन को सर्क्यलैटिंग करने के लिए बहुत संवेदनशील है.
स्किन में इन्फ्लमैशन के कारण, रेडनेस, सूजन और बेचैनी होने लगती है. कुछ भी उल्टासीधा खाने की वजह से इम्युनिटी सिस्टम के कमज़ोर होने से इन्फ्लमैशन की समस्या होती है.
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