अजीब बिमारी है स्लीप पैरालिसिस

अजीब बिमारी है स्लीप पैरालिसिस
Share:

जब आपका शरीर नींद के प्रोसेस के साथ सामंजस्य नहीं बैठा पाता तो यह स्थिति स्लीप पैरालिसिस कहलाती है। इसमें लेटी हुई अवस्था में आपका दिमाग तो जाग जाता है और सबकुछ देख सकता है लेकिन शरीर हिलने-डुलने से इनकार कर देता है। यह जागी और सोई स्थिति के बीच की अवस्था है जिसमें कुछ सेकेंड्स से लेकर कुछ मिनट्स तक व्यक्ति हिलने-डुलने के साथ ही बोलने की शक्ति भी खो देता है।

कुछ लोगों को इस दौरान सांस रुकने या दम घुटने जैसा अहसास भी हो सकता है। जिसकी फैमिली हिस्ट्री में यह समस्या हो या नींद पूरी न हो पाती हो, बाईपोलर डिसऑर्डर जैसी समस्याओं से गुजर रहा हो या फिर किसी और नींद संबंधी समस्या से पीड़ित हो उनमे यह बिमारी अधिक देखी गयी है। यूं आम मामलों में स्लीप पैरालिसिस से कोई दिक्कत नहीं लेकिन रेयर केसेस में ये कुछ गंभीर मनोवैज्ञानिक समस्याओं से जुड़ा हो सकता है। कई बार यह स्थिति तब भी हो सकती है जब आप गहरी नींद में होते हैं लेकिन तब आप इसे नोटिस नहीं कर पाते। इसमें आमतौर पर दो में से एक परिस्थिति प्रभावकारी हो सकती है।

पहली परिस्थिति हिप्नेगॉजिक या प्रीडॉर्मिटल है जब आप सोई हुई अवस्था में होते हैं और दूसरी परिस्थिति हिप्नोपॉटिक यानी पोस्टडॉर्मिटल जब आप जागने वाली अवस्था में होते हैं। हालांकि यह दिक्कत अधिकांशत: सामान्य उपायों से ही ठीक हो जाता है। कुछ केसेस में दवाइयों या इलाज की जरूरत भी पड़ सकती है। हमेशा पर्याप्त नींद लेने की कोशिश करें और जितना हो सकें स्ट्रेस को अपने जीवन से दूर रखें। हो सके तो मेडिटेशन अपनाएं इसके अलावा रात को सोते समय हल्का संगीत सुनें।

Share:

रिलेटेड टॉपिक्स
- Sponsored Advert -
मध्य प्रदेश जनसम्पर्क न्यूज़ फीड  

हिंदी न्यूज़ -  https://mpinfo.org/RSSFeed/RSSFeed_News.xml  

इंग्लिश न्यूज़ -  https://mpinfo.org/RSSFeed/RSSFeed_EngNews.xml

फोटो -  https://mpinfo.org/RSSFeed/RSSFeed_Photo.xml

- Sponsored Advert -