निमंत्रण मिला, लेकिन नए संसद भवन के 'ध्वजारोहण समारोह' में नहीं पहुंचे खड़गे, G20 डिनर में न बुलाने पर भड़क गई थी कांग्रेस !

निमंत्रण मिला, लेकिन नए संसद भवन के 'ध्वजारोहण समारोह' में नहीं पहुंचे खड़गे, G20 डिनर में न बुलाने पर भड़क गई थी कांग्रेस !
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नई दिल्ली:  संसद का विशेष सत्र आज यानी 18 सितंबर (सोमवार) से शुरू हो रहा है। उससे एक दिन पहले 17 सितंबर को नए संसद भवन में ध्वजारोहण कार्यक्रम रखा गया था, जहां उपराष्ट्रपति और राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ ने तिरंगा फहराया। इस कार्यक्रम में कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे नहीं पहुंचे, जिसे लेकर राजनीतिक गलियारों में कई तरह की चर्चाएं शुरू हो गईं हैं। केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने कल कहा था कहा कि, 'आज का दिन शुभ था। देश की संसद देश की शान है, हमारी संवैधानिक आस्था का केंद्र बिंदु है।'

वहीं, कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने शनिवार (17 सितंबर) को नए संसद भवन में ध्वजारोहण समारोह में देर से निमंत्रण पर निराशा व्यक्त की और कहा कि वह रविवार को समारोह में शामिल नहीं हो पाएंगे। मल्लिकार्जुन खड़गे ने राज्यसभा महासचिव प्रमोद चंद्र मोदी को पत्र लिखते हुए कहा कि, ''प्रिय पी सी मोदी जी, मैं यह पत्र इस निराशा के साथ लिख रहा हूं कि मुझे कल नए संसद भवन में ध्वजारोहण समारोह के लिए आपका निमंत्रण मिला है। यह निमंत्रण 15 सितंबर को काफी देर शाम मिला।' खड़गे ने आगे कहा कि पहले से ही हैदराबाद में 16 और 17 सितंबर को नवनिर्मित CWC की बैठकें निर्धारित थीं, चूँकि कार्यक्रम काफी पहले से तय हो चुके थे। मैं इस समय बैठकें आयोजित करने के लिए हैदराबाद में हूं। मैं 17 सितंबर को देर रात दिल्ली लौटूंगा, इसलिए कल सुबह होने वाले समारोह में शामिल होना मेरे लिए संभव नहीं होगा।'

बता दें कि, इससे पहले G20 समिट के डिनर में खड़गे को न बुलाए जाने पर काफी बवाल मचा था। इसके विरोध में सीएम अशोक गहलोत, सीएम भूपेश बघेल और सीएम सिद्धारमैया भी राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू द्वारा आयोजित किए गए G20 रात्रिभोज में नहीं पहुंचे थे। राहुल गांधी ने भी खड़गे को न बुलाए जाने को लेकर सरकार पर गंभीर आरोप लगाए थे। यहाँ तक कि, कांग्रेस ने इसे जातिवादी रंग देने का भी प्रयास किया था, और कहा था कि, खड़गे दलित समुदाय से आते हैं, इसलिए उन्हें नहीं बुलाया गया। हालाँकि, जिन्होंने डिनर का निमंत्रण भेजा था, वो राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू खुद आदिवासी समुदाय से आती हैं, झारखंड के सीएम हेमंत सोरेन, जिन्हे पीएम मोदी ने अमेरिकी राष्ट्रपति जो बिडेन से भी मिलवाया, वो (सोरेन) भी आदिवासी समुदाय से आते हैं। ऐसे में जातिवादी आरोप बिलकुल निराधार थे और समाज को बांटने वाले थे। दरअसल, G20 डिनर में केवल मुख्यमंत्रियों, कैबिनेट मंत्रियों और पूर्व प्रधानमंत्रियों को बुलाया गया था, किसी भी पार्टी के अध्यक्ष को नहीं। जैसे लालू यादव, अखिलेश यादव, मायावती सभी अपनी-अपनी पार्टी के अध्यक्ष हैं, लेकिन फ़िलहाल किसी राज्य के मुख्यमंत्री या केंद्र में मंत्री नहीं हैं, इसलिए उन्हें भी आमंत्रण नहीं दिया गया। यह भी गौर करने वाली बात है कि, इसी साल स्वतंत्रता दिवस (15 अगस्त) को मल्लिकार्जुन खड़गे को ध्वजारोहण कार्यक्रम में निमंत्रण दिया गया था, लेकिन वे नहीं आए, उनकी खाली कुर्सी ने मीडिया में काफी सुर्खियां बटोरी थी। जब लाल किले में स्वतंत्रता दिवस का समारोह चल रहा था, उस समय खड़गे दिल्ली में ही कांग्रेस हेडक्वार्टर में राजनितिक मीटिंग ले रहे थे। इसी बीच कांग्रेस प्रमुख ने एक वीडियो जारी कर केंद्र सरकार पर निशाना साधा था, लेकिन स्वतंत्रता दिवस समारोह में निमंत्रण के बावजूद नहीं आए थे। 

इसको लेकर केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने कांग्रेस पार्टी पर निशाना साधते हुए कहा कि, 'भारत में राष्ट्रीय ध्वज को हम फख्र के साथ फहरा सकें, इसके लिए कई लोगों ने विशेषकर हमारे जवानों ने बलिदान दिया है। एक नागरिक होने के नाते हम में से किसी को भी देश की संसद पर राष्ट्रीय ध्वज फहराने का अवसर मिले और उसके छत्रछाया में केवल खड़े भी हो सकें, ये हर भारतवासी के लिए गर्व की बात होगी। उस गर्व की अनुभूति कांग्रेस पार्टी क्यों नहीं करती ? इसका जवाब गांधी खानदान के पास है मेरे पास नहीं।'  

बता दें कि, भारत के उपराष्ट्रपति और राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ संसद के आगामी सत्र, 2023 से एक दिन पहले 17 सितंबर को नए संसद भवन में राष्ट्रीय ध्वज फहराया। इस अवसर पर लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला भी शामिल हुए। यह कार्यक्रम विश्वकर्मा पूजा के शुभ अवसर और प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी के जन्मदिन दोनों के साथ मेल खाता है। केंद्रीय संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी, राज्यसभा के उप सभापति हरिवंश, संसदीय कार्य राज्य मंत्री अर्जुन राम मेघावाल और वी. मुरलीधरन, राज्यसभा और लोकसभा में राजनीतिक दलों के नेता और अन्य गणमान्य व्यक्ति इस अवसर पर उपस्थित रहे।

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