हर व्यक्ति सपने देखता है, सपने सभी देखते है, उसे पूरा करने की कोशिश में जुट जाते है. कई लोग इस फेहरिस्त में सफल हो जाते है और असफल भी. आपको हर कदम में सफलता मिले, असफलता भी जिंदगी का ही हिस्सा है. हर कदम में सफलता मिले, यह जरूरी भी नहीं. आपने ऐसा कई फिल्मो में देखा होगा कि फेल होने पर हीरो खुद को ही चोट पहुंचाता है. खुद को जिम्मेदार मानता है.
सुसाइड के केसेस भी इसी कारण बढ़ते जा रहे है. मगर खुद को चोट पहुंचाने से बेहतर है, परिस्थितियों को समझते हुए आगे बढ़ने का सोचे. असफलता किसी चीज का खात्मा नहीं बल्कि कोशिशें करना ज्यादा जरूरी है. जब असफलता मिलती है तब लोग उसका सामना करने को तैयार नहीं होते है. गलतियों को छुपाने से कोई फायदा नहीं बल्कि स्वीकार कर उसका हल निकालने की कोशिश कीजिए.
असफलता का मतलब यह है कि सफलता के लिए पूरे मन से कोशिशें नहीं की गई. छात्रों में खुद को चोट पहुंचाने की प्रवृत्ति बढ़ती जा रही है, एग्जाम्स में कम नंबर पाने और फेल होने की कंडीशन में वह आत्महत्या की कोशिश करते है, ऐसी स्थिति में उन्हें सांत्वना देने की जरूरत होती है.
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