लड़कियों के पीरियड्स उनके लिए एक असहनीय पीड़ा होती है. इस दौरान उन्हें काफी परेशानी होती है जिन्हें बस वही समझ सकती हैं. आपको बता दें, मासिक धर्म हॉरमोन्स पर निर्भर करते हैं. दूषित हवा के कण हॉर्मोन्स के बैलेंस को बिगाड़ देते हैं. ऐसे में पीरियड्स भी इरेग्युलर हो सकते हैं. इस रिसर्च की रिपोर्ट में बताया गया है कि प्रदूषण के बहुत छोटे कणों में ऐसी क्षमता होती है जो लड़कियों में अनियमित पीरियड्स का कारण बन सकता है. तो आज हम आपको बताने जा रहे हैं इसकी जानकारी.
दरअसल, यह स्टडी सबसे पहले दावा करती है कि 14 से 18 साल की उम्र की लड़कियों में वायु प्रदूषण के कारण माहवारी में अनयिमिता होती है. इस बारे में रिसर्च में शोधकर्ताओं ने चेताया है कि वायु प्रदूषण के संपर्क में आने से इंफर्टिलिटी के अलावा मेटाबॉलिक सिंड्रोम और पॉलीस्टिक ओवरी सिंड्रोम हो सकता है.
* वायु प्रदूषण के संपर्क में रहने से दिल संबंधी, पल्मोनरी रोग होने की संभावना होती है. इसके अलावा रिसर्च के मुताबिक वायु प्रदूषण के पर्टिकुलेट मैटर से हार्मोन की क्रिया पर असर पड़ता है.
* महिलाओं में कई बार अनियमित पीरियड की प्रॉब्लम अनहेल्दी लाइफस्टाइल की वजह से होती है. खान पान का गलत समय या ज्यादा फैट और तला भुना खाने की वजह से पीरियड्स अनियमित हो सकते हैं.
* इसके अलावा शादी के बाद अक्सर महिलाओं का वजन बढ़ जाता है, जिसे कम करने के चक्कर में वे ज्यादा एक्सरसाइज करती हैं. इससे पीरियड्स अनियमित होने का खतरा रहता है.
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