विशेष सत्र के तीसरे दिन संसद के नए भवन में आज नियमित कार्यवाही, पेश होंगे ये विधेयक

विशेष सत्र के तीसरे दिन संसद के नए भवन में आज नियमित कार्यवाही, पेश होंगे ये विधेयक
Share:

नई दिल्ली: संसद के विशेष सत्र में बुधवार को प्रातः 11 बजे से तीसरे दिन की कार्यवाही आरम्भ होगी. आज लोकसभा एवं राज्यसभा में केंद्र की मोदी सरकार कई विधेयक सदन के पटल पर पेश करेगी. कुछ विधेयकों पर संसद में चर्चा होगी तथा सरकार विधेयक पक्ष में अपना पक्ष रखेगी. बुधवार को संसद की कार्यवाही हंगामेदार होने के आसार हैं. संसद का विशेष सत्र 18 से 22 सितंबर तक चलेगा. लोकसभा में महिला आरक्षण बिल पर चर्चा होगी. ये संविधान का 128वां संशोधन विधेयक है. वहीं, कानून मंत्री अर्जुन राम मेघवाल अधिवक्ता (संशोधन) विधेयक, 2023 को सदन के पटल पर रखेंगे. मेघवाल प्रस्ताव करेंगे कि अधिवक्ता अधिनियम, 1961 में एवं संशोधन करने वाले विधेयक पर विचार किया जाए. सरकार का यह प्रयास रहेगा कि विधेयक को पारित किया जाए. यह विधेयक 3 अगस्त 2023 को राज्यसभा में पहले ही पारित हो चुका है. 

कागजात मेज पर रखे जायेंगे. सभा पटल पर कागजात रखने के लिए मंत्रियों को नॉमिनेट किया गया है. इनमें कानून एवं न्याय मंत्रालय के लिए अर्जुन राम मेघवाल, रेल मंत्रालय के लिए दानवे रावसाहेब दादाराव, उपभोक्ता मामले एवं खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण मंत्रालय के लिए साधवी निरंजन ज्योति, संस्कृति मंत्रालय के लिए मीनाक्षी लेखी, शिक्षा मंत्रालय के लिए डॉ. सुभाष सरकार को जिम्मेदारी दी गई है. संसद में लोक लेखा कमेटी की रिपोर्ट पेश की जाएगी. अधीर रंजन चौधरी एवं डॉ. सत्यपाल सिंह यह रिपोर्ट प्रस्तुत करेंगे.

सदन की बैठकों से सदस्यों की अनुपस्थिति पर समिति की 2 मिनट की बैठक होगी. वहीं, रवनीत सिंह, रामशिरोमणि वर्मा 9 अगस्त 2023 को सदन की बैठकों से सदस्यों की अनुपस्थिति पर समिति की 11वीं बैठक के कार्यवृत्त सभा पटल पर रखेंगे. इसके अतिरिक्त, लोकसभा में श्रम, कपड़ा एवं कौशल विकास पर स्थायी समिति की रिपोर्ट पेश की जाएगी. भर्तृहरि महताब, नायब सिंह 51वीं रिपोर्ट पेश करेंगे. बता दें कि यह रिपोर्ट 11 सितंबर को लोकसभा अध्यक्ष के निर्देशों के तहत पेश की गई थी. तब सदन सत्र में नहीं था तथा अध्यक्ष ने मुद्रण, प्रकाशन का आदेश दिया था.

21 सितम्बर को ओमकारेश्वर में सीएम शिवराज करेंगे आदि शंकराचार्य की 108 फीट ऊंची प्रतिमा का उद्घाटन

'कमज़ोर महिलाएं..', खड़गे के बयान पर भड़क गईं निर्मला सीतारमण, जानिए क्या कहा ?

जस्टिन ट्रुडो ही नहीं उनके पिता भी दे चुके हैं खालिस्तानियों को समर्थन, 1982 में किया था तलविंदर सिंह परमार का बचाव

Share:

रिलेटेड टॉपिक्स
- Sponsored Advert -
मध्य प्रदेश जनसम्पर्क न्यूज़ फीड  

हिंदी न्यूज़ -  https://mpinfo.org/RSSFeed/RSSFeed_News.xml  

इंग्लिश न्यूज़ -  https://mpinfo.org/RSSFeed/RSSFeed_EngNews.xml

फोटो -  https://mpinfo.org/RSSFeed/RSSFeed_Photo.xml

- Sponsored Advert -