चंडीगढ़: पंजाब के अमृतसर में गुरुवार (11 मई) को स्वर्ण मंदिर के पास एक धमाका हुआ था. 5 दिनों में तीसरा धमाका था, जो वहां हुआ था. इन धमाकों से इलाके के लोग दहशत में हैं. इसी बीच अब धमाके वाली जगह एक लेटर पाया गया है. इसमें खालिस्तान समर्थक संगठन वारिस पंजाब दे के मुखिया अमृतपाल सिंह को रिहा करने की मांग की गई है. पत्र मिलने के बाद पुलिस और अलर्ट हो गई है और मामले की जांच में लग गई है.
बता दें कि, ब्लास्ट मामले में पंजाब पुलिस ने नये लोकल टेरर नेटवर्क से संबंधित 5 लोगों को अरेस्ट किया है. पुलिस ने बताया है कि बम बनाने वाले नौसिखिए थे. उनका उद्देश्य स्वर्ण मंदिर के आसपास ब्लास्ट कर पंजाब में अशांति का माहौल पैदा करना था. बता दें कि विगत शनिवार को स्वर्ण मंदिर के पार्किंग में बने रेस्टोरेंट में ब्लास्ट हुआ था. उस समय पुलिस ने कहा था कि यह चिमनी ब्लास्ट था. इसके बाद न तो पूरे क्षेत्र को सील किया और न ही इलाके को कवर कर मार्किंग की गई. इतना ही नहीं, प्रभावित क्षेत्र को फॉरेंसिक जांच के लिए भी सील नहीं किया गया.
ब्लास्ट की जगह पुलिसकर्मियों के साथ ही आम जनता की आवाजाही शुरू रहने से विस्फोट में इस्तेमाल किए गए केमिकल के सैंपल लेने में फॉरेंसिक टीम को काफी समस्याओं का सामना करना पड़ा. इसके बाद सोमवार को जो ब्लास्ट हुआ था, उसमें विस्फोटक को मेटल के केस में रखा गया था.
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