नई दिल्ली। लगता है कि रिलायंस जियो ने टेलिकाॅम मार्केट पर गहरा असर डाला है। जी हां, मध्यप्रदेश में सेल्युलर नेटवर्क की अग्रणी कंपनी और टेलिकाॅम सेक्टर में निजी कंपनीज़ में एक बड़े नाम आईडिया सेलुलर को अप्रैल जून तिमाही में 816 करोड़ रूपए का घाटा हुआ है। इस तरह के कारोबारी बदलाव के तहत देश की सबसे बड़ी टेलीकाॅम कंपनी एयरटे भी प्रभावित हुई है। एयरटेल ने अपने प्राॅफिट में लगभग 75 प्रतिशत की गिरावट आने की घोषणा की है।
इस मामले में जानकारी सामने आई है कि आदित्य बिड़ला समूह की इस कंपनी को लगातार तीसरी तिमाही में घाटा हुआ है। यह लाॅस रिलायं जियो के कारण संभावित माना जा रहा है। टेलिकाॅम सेक्टर के आंकड़े प्राप्त होने के बाद यह जानकारी सामने आई है कि रिलायंस जियो द्वारा कार्य प्रारंभ किए जाने के बाद से ही आइडिया को घाटा होने लगा। टेलीकॉमकंपनियों के कारोबार पर रिलायंस जियो का असर गहराता जा रहा है। आदित्य बिड़ला समूह की कंपनी आइडिया सेलुलर को अप्रैल जून तिमाही में 816 करोड़ रुपए का घाटा हुआ है। यह लगातार तीसरी तिमाही है जब देश की तीसरी सबसे बड़ी टेलीकॉम ऑपरेटर घाटे में है।
यानी सितंबर 2016 से जब से जियो ने ऑपरेशन शुरू किया तब से आइडिया घाटे में चल रही है। अप्रैल जून 2016 में इसे 217 करोड़ का मुनाफा हुआ था। इस वर्ष जनवरी मार्च में कंपनी 325.6 करोड़ रु के घाटे में रही थी। कंपनियों के लाभ में गिरावट का एक कारण स्पेक्ट्रम को भी माना जा रहा है। हालांकि कई निजी कंपनीज़ के मैनेजमेंट द्वारा यह कहा जा रहा है कि जियो जैसी कंपनी अब फ्री सेवा से पेड सेवा की ओर बढ़ रही है इसके बाद भी वह वाॅयस और डेटा प्लान में डिस्काउंट दे रही है जिसके कारण उनके लाभ पर असर हो रहा है।
ऐसे में इन कंपनीज़ को भी अपने बिज़ेस में मजबूरन अनलिमिटेड प्लान प्रारंभ करना पड़ गए हैं। अब यह बात भी सामने आई है कि आइडिया और वोडाफोन मर्ज हो रहा है। दरअसल आइडिया का बिज़नेस काफी कम हुआ है। उसका रेवेन्यू जनरेशन 9552.4 करोड़ से कम हो गया है और यह 8181.7 करोड़ रूपए रह गया है।
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