बैंगलोर: कर्नाटक विधानसभा में गत मंगलवार को हिंदुओं का धर्मान्तरण कर उन्हें ईसाई बनाए जाने का मुद्दा उठाया गया। पूर्व मंत्री और भाजपा MLA गूलीहट्टी शेखर ने इस मुद्दे को उठाते हुए ईसाई मिशनरियों पर एक्शन लिए जाने की मांग की। उन्होंने यह भी बताया कि जो लोग इसका विरोध करते हैं, उन्हें मिशनरी रेप और प्रताड़ना के झूठे मामलों में फँसा रही है। राज्य के गृह मंत्री ए ज्ञानेंद्र ने उन्हें इस दिशा में कार्रवाई का आश्वासन देते हुए कहा कि प्रलोभन देकर धर्म परिवर्तन करवाना अपराध है।
गुलीहट्टी शेखर ने बताया कि उनकी माँ का भी धर्मान्तरण करा उन्हें अपने माथे पर कुमकुम का तिलक नहीं लगाने के लिए कहा गया है। स्थिति ये हो गई है कि, अब उनकी माँ घर के पूजा स्थल में स्थापित देवी-देवताओं की मूर्ति तक को नहीं देखना चाहती है। फोन का रिंगटोन ईसाई प्रार्थनाओं में बदल लिया है। MLA शेखर ने बताया कि उनके क्षेत्र में सक्रिय ईसाई मिशनरियों ने उनकी माँ को प्रार्थना करने के लिए बुलाया। उनसे कहा कि वे अच्छा महसूस करेंगी। फिर उन्हें अपने जाल में फँसा लिया। उन्होंने कहा कि, 'घर में पूजा करने में हमें समस्या हो रही है। यह हमारे लिए बहुत कठिन हो गया है। यदि हम माँ को कुछ भी बताने की कोशिश करते हैं, तो वह कहती है कि वह अपना जीवन ख़त्म कर लेंगी।'
होसादुर्ग विधानसभा में सक्रिय मिशनरियों की तरफ ध्यान आकर्षित करते हुए MLA ने कहा कि, 'मिशनरी होसदुर्गा विधानसभा क्षेत्र में बड़े पैमाने पर धर्मांतरण हो रहे हैं। हिंदू धर्म से 18 से 20 हज़ार लोगों को ईसाई बना दिया गया है।' भाजपा नेता ने आरोप लगाते हुए कहा कि अनुसूचित जाति और जनजाति के जिन लोगों का धर्मान्तरण ईसाई मिशनरियों ने करवाया है, जब उन्हें इसको लेकर समझाया जाता है तो वो झूठे दुष्कर्म के मामलों में फँसाने की धमकियाँ देते हैं।
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