आप सभी को बता दें कि हिन्दू धर्म में कई प्रकार की मान्यताए हैं जो माननी चाहिए. ऐसे में हिन्दू धर्म में कई बातें ऐसी होती हैं जो सभी को समझनी और अपनानी चाहिए. आप सभी को बता दें कि हिन्दू धर्म के अनुसार शादीशुदा स्त्री की मांग में सिंदूर होना काफी जरूरी माना गया है और इसलिए शादी के बाद महिलाएं अपनी मांग पर सिंदूर जरूर लगाया करती हैं. अब सोचने वाली बात यह है और सभी के मन में यह सवाल है कि आखिर क्यों महिलाएं मांग में सिंदूर भरती हैं.? अगर आपके मन में भी यह सवाल है तो हम आपको बता दें कि इसे जुडी एक कथा है जो आज हम आपको बताने जा रहे हैं. आइए जानते हैं.
मांग में सिंदूर भरने की कथा- आप सभी को बता दें कि एक कथा के अनुसार धीरा और वीरा नाम के एक युवती और युवक हुआ करते थे. जहां धीरा एकदम कमलों और सुंदर नारी थी. वहीं वीरा एक वीर पुरुष था. कहा जाता है कि ये दोनों काफी सुंदर थे और भगवान ने इन दोनों को खूब सुंदरता दी हुई थी. इन दोनों की ये जोड़ी इतनी सुंदर थी कि जो भी एक बार इन दोनों को देख लें वो इनकी जोड़ी को अपने दिमाग से निकाल ही नहीं पाता था. इन दोनों ने एक दूसरे से शादी कर ली थी और शादी के बाद ये दोनों एक साथ अक्सर शिकार पर जाया करते थे. एक बार जब ये इसी तरह से जंगल में शिकार के लिए जा रहे थे. तो उसी वक्त धीरा पर एक कालिया नामक एक डाकू की नजर पड़ गई.
धीरा को देख उस डाकू ने उसे अपना बनाने का फैसला कर दिया. वहीं जंगल में शिकार करने के दौरान काफी रात हो गई. रात होने के चलते वीरा और धीरा ने जंगल में ही रोकने का फैसला किया और ये दोनों एक पहाड़ी पर जाकर बैठ गए. वहीं काफी देर तक पहाड़ी पर बैठने के बाद धीरा का गला सूखने लगा और धीरा को प्यास लग गई. धीरा को प्यासा देख वीरा उसके लिए पानी लेने के लिए पहाड़ी से उतरकर जाने लगा. पहाड़ी से उतरते ही वीरा पर कालिया ने हमला कर दिया और इस हमले में वीरा को खूब चोट आई.
वहीं वीरा की चिल्लाने की आवाज सुन धीरा भी पहाड़ी के नीचे आई और उसने कालिया को वहां वीरा की हालत पर हंसते देखा. धीरा को कालिया पर खूब गुस्सा आया और उसने कालिया पर जोरदार प्रहार कर दिया. जिसकी वजह से कालिया जमीन पर गिर गया. वहीं कुछ देर बाद वीरा को होश आया तो उसने कालिया को अंतिम सांस लेते हुए देखा. अपनी पत्नी के इस साहस को देख वीरा काफी खुश हुआ और उसने अपने खून से धीरा की मांग भर दी. जिसके बाद से मांग में सिंदूर भरने की प्रथा हमारे देश में शुरू हो गई.
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