भोपाल: कोविड-19 के इलाज में इस्तेमाल होने वाले रेमडेसिविर इंजेक्शनों की कालाबाजारी अब भी तेजी से चल रही है, हालाँकि इसे रोकने के लिए सरकार प्रयास में है और पुलिस भी अलर्ट है। ऐसे में हाल ही में इस कालाबाजारी से अपना पल्ला झाड़ते हुए मध्य प्रदेश के जल संसाधन मंत्री तुलसीराम सिलावट ने एक बयान दिया है। उन्होंने बीते गुरूवार को यह पूछा कि ''अगर कोई अनुबंधित ड्राइवर किसी शख्स की हत्या कर देगा, तो क्या इसका इल्जाम उन पर मढ़ दिया जाएगा?''
जी दरअसल तुलसी सिलावट की पत्नी की कार चलाने वाला एक निजी ट्रैवल एजेंसी का ड्राइवर गोविंद राजपूत रेमडेसिविर इंजेक्शनों की कालाबाजारी के मामले में गिरफ्तार साथी ड्राइवर पुनीत अग्रवाल के वायरल वीडियो के कारण पुलिस की जांच के घेरे में है। ऐसे में अब विपक्षी कांग्रेस इस वीडियो के हवाले से तुलसीराम सिलावट को मंत्री पद से हटाने की मांग कर रही है और उनपर कई तरह के आरोप भी लगा रही है। इन्ही आरोपों को देखते हुए तुलसीराम सिलावट ने कहा, ‘कांग्रेस झूठ का एक पुलिंदा होकर रह गई है। मैं आपसे पूछता हूं कि अगर मेरे यहां अनुबंध के तहत कोई ड्राइवर आ जाए और वह किसी व्यक्ति की हत्या कर दे, तो क्या यह कहा जाएगा कि तुलसीराम सिलावट ने हत्या कर दी?’
इसके अलावा उन्होंने रेमडेसिविर इंजेक्शनों की कालाबाजारी के मामले में कहा, ‘इस मामले की निष्पक्ष जांच की मांग उन्होंने (कांग्रेस नेताओं) नहीं, बल्कि खुद मैंने की है। अगर कोई व्यक्ति इस मामले की जांच में दोषी पाया जाएगा, तो मैं उस पर राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (एनएसए) की सिफारिश करूंगा।’
तेज गेंदबाज़ भुवनेश्वर कुमार के पिता का निधन, 63 साल की उम्र में तोड़ा दम
मौत के आंकड़ों ने फिर डराया, पिछले 24 घंटों में कोरोना से 4209 लोगों ने गंवाई जान