फतेहाबाद। अब तक यह माना जाता रहा है कि हड़प्पा और मोहनजोदड़ो की सभ्यता आदि सभ्यता है मगर अब यह बात सामने आई है कि संभवतः इसके पहले भी नदी घाटी सभ्यता थी और लोग सुव्यवस्थित तौर पर बसे नगर में रहा करते थे। इस तरह की जानकारी तब सामने आई जब सरस्वती नदी के पुनरूद्धार हेतु हरियाणा के फतेहाबाद में खनन किया गया। जब पुराअवशेष मिलने लगे तो खुदाई को रोक दिया गया और फिर पुरातत्व विभाग की मदद ली गई अब इस क्षेत्र की मिट्टी को हल्के से हटाया जा रहा है जिससे पुराकाल के बारे में जानकारी मिल सके।
यहां खुदाई कार्य को लेकर उपायुक्त एनके सोलंकी ने कहा कि कुणाल गांव में जो खुदाई की गई है उसमें जेवर, मनके और हड्डियां मिली हैं। पुरातत्व संग्रहालय विभाग ने कहा कि यहां मिले अवशेषों को एक संग्रहालय में रखा जाएगा। यहां पर अब पुरातात्विक अध्ययन किया जा रहा है। माना जा रहा है कि इस क्षेत्र में पुरा अवशेष मिलने से सरस्वती नदी क्षेत्र में प्राचीन नगर की संभावना तालाशी जा रही है।
हालांकि फिलहाल इस बात की पुष्टि नहीं हुई है कि सरस्वती नदी यहां से निकलती थी। मगर सैटेलाईट से जो जानकारी प्राप्त की गई है उसमें इस बात की संभावना बताई जा रही है कि सरस्वती नदी यहां से गुजरती थी और अब कुणाल गांव में पुरातात्विक खनन होने से इतिहास को लेकर अहम जानकारी सामने आई है।
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