उज्जैन: मध्य प्रदेसज के उज्जैन शहर में महाकाल का प्रसाद लड्डू विशेष है। लड्डू को फाइव स्टार हाइजीन रेटिंग दिया गया है। रोजाना 50 क्विंटल तक लड्डू तैयार किए जाते हैं। महाकाल मंदिर हाइजिन में फाइव स्टार रेटिंग पाने वाला भारत का प्रथम मंदिर यूं ही नहीं बना है। इसके लिए 50 से अधिक लोग निरंतर 10 घंटे काम करते हैं। लड्डू बनाने से लेकर पैकिंग तक सफाई का खास ध्यान रखते हैं।
वही फूड सेफ्टी अधिकारी बसंत दत्त शर्मा बताते हैं, एक किलो लड्डू तैयार करने में तकरीबन 260 रुपए का खर्च होता है। इसी दाम पर हम भक्तों को लड्डू प्रसाद उपलब्ध कराते हैं। इसमें हम किसी प्रकार का मुनाफा नहीं कमाते न ही किसी प्रकार की हानि वहन करते हैं। महाकाल मंदिर से लगभग 7 किमी दूर चिंतामण गणेश मंदिर के नजदीक लड्डू तैयार किए जाते हैं। यहां एंट्री गेट पर दो एयर कटर लगे हैं।
वही इसकी वजह से 90 प्रतिशत मक्खियां तथा अन्य इंसेक्ट्स बाहर ही रह जाते हैं। एंट्री गेट के भीतर इंसेक्ट लाइट किलर लगे हैं, जिससे किसी प्रकार से भीतर आ चुके मक्खी-मच्छर को यहीं समाप्त किया जा सके। चूहों को पकड़ने के लिए रेट किलर पैड रखे गए हैं। यहां निरंतर झाड़ू-पोंछा लगाकर सफाई की जाती है। हर कर्मचारी मास्क एवं सिर पर कैप लगाकर रखते हैं। इतना ही नहीं प्रत्येक कर्मचारी को बॉडी टेम्प्रेचर चेक किए बिना भीतर प्रवेश नहीं दिया जाता।
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