नई दिल्ली: 18 से 22 सितंबर तक संसद के विशेष सत्र की घोषणा ने मीडिया और राजनीतिक हलकों में काफी हलचल पैदा कर दी है। अटकलें लगाई जा रही हैं कि सरकार कई विधेयक ला सकती है, जो कई लोगों के अनुसार महिला आरक्षण विधेयक, 'एक राष्ट्र, एक चुनाव' विधेयक, समान नागरिक संहिता (UCC) या पूजा स्थल अधिनियम 1991, वक्फ जैसे कानूनों को निरस्त करने वाले हो सकते हैं।
REPUBLIC OF BHARAT - happy and proud that our civilisation is marching ahead boldly towards AMRIT KAAL
— Himanta Biswa Sarma (@himantabiswa) September 5, 2023
इस सब के बीच, असम के सीएम हिमंत बिस्वा सरमा की ट्विटर (एक्स) पर पोस्ट ने पहले से ही फैल रही मीडिया अटकलों को और बढ़ा दिया है। सरमा ने लिखा, 'रिपब्लिक ऑफ भारत', उन्होंने कहा कि उन्हें खुशी और गर्व है कि हमारी सभ्यता साहसपूर्वक अमृत काल की ओर आगे बढ़ रही है। गौरतलब है कि असम के सीएम सरमा ने पहले अपना ट्विटर बायो असम सीएम, इंडिया से बदलकर असम सीएम, भारत कर लिया था। इस बदलाव पर प्रकाश डालते हुए उन्होंने इसका कारण बताते हुए एक पोस्ट साझा किया है।
In my previous bio, I mentioned Assam, INDIA . However, I forgot to update it after my journey from the INDIAN National Congress to the BHARATIYA Janata Party. Now, I have proudly changed my bio to Assam, BHARAT.
— Himanta Biswa Sarma (@himantabiswa) July 24, 2023
Some friends from the Congress are asking me why I changed my…
दरअसल, राष्ट्रपति भवन से G20 प्रतिनिधियों के लिए आधिकारिक विज्ञप्ति में सामान्य 'इंडिया के राष्ट्रपति' (President Of India) के बजाय 'भारत के राष्ट्रपति' (President Of Bharat) अंकित था। कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने इस ओर ध्यान दिलाया और ट्वीट किया कि, 'तो यह खबर वास्तव में सच है। राष्ट्रपति भवन ने 9 सितंबर को जी20 रात्रिभोज के लिए सामान्य 'भारत के राष्ट्रपति' के बजाय 'भारत के राष्ट्रपति' के नाम से निमंत्रण भेजा। अब, संविधान में अनुच्छेद 1 पढ़ सकता है: "इंडिया यानी भारत, राज्यों का एक संघ होगा। लेकिन अब इस "राज्यों के संघ" पर भी हमला हो रहा है।'
कर्नाटक सरकार के खिलाफ बंद का ऐलान, महिलाओं की फ्री बस यात्रा से जुड़ा है विवाद
उमर खालिद की जमानत पर 'सुप्रीम' सुनवाई टली, क्योंकि उनके वकील कपिल सिब्बल अभी 370 के लिए लगा रहे जोर