इस्राइल के हमले में 30 फलस्तीनी नागरिकों की मौत की सूचना सामने आई है। फलस्तीनी मीडिया ने सोमवार को यह दावा किया है। मीडिया रिपोर्ट्स का इस बारें में कहना है कि इस्राइल ने गाजा में एक रिहायशी इमारत को पूरी तरह से अपना टारगेट बना लिया है। जिस इमारत को निशाना बनाया गया, वह गाजा के जबालिया शरणार्थी कैंप के अल-शुहादा क्षेत्र में स्थित थी। फलस्तीनी मीडिया का इस बारें में आगे कहना है कि हमले के उपरांत इमारत पूरी तरह से तबाह हो गई और इमारत में मौजूद कम से कम 30 लोगों की जान चली गई।
बीते 24 घंटे में 266 लोगों की मौत का दावा: बता दें कि गाजा के स्वास्थ्य मंत्रालय ने दावा किया है कि पिछले 24 घंटे में इस्राइल के हवाई हमले में 266 फलस्तीनी नागरिकों की जान चली गई है, इनमें 117 बच्चे भी शामिल हैं। अब कहा जा रहा है कि बीते दो सप्ताह में इस्राइल के हमले में गाजा पट्टी में 4600 लोगों की जान जा चुकी है। वहीं हमास के अटैक में इस्राइल में 1400 लोगों की जान चली गई है। वहीं इस्राइली सेना ने कहा है कि उसने लेबनान में आतंकी संगठन हिज्बुल्ला के दो ठिकानों को टारगेट कर दिया है, जहां से इस्राइल पर रॉकेट हमले की तैयारी की जा रही थी। हिजबुल्ला ने भी कहा है कि उसका एक लड़ाका मारा गया है।
बेंजामिन नेतन्याहू ने हिजबुल्ला को दी चेतावनी: अब तक मिली जानकारी के अनुसार इस्राइल के पीएम बेंजामिन नेतन्याहू ने हिजबुल्ला को चेतावनी दी है कि अगर हिजबुल्ला ने लड़ाई में शामिल होने का प्रयास किया तो दूसरा लेबनान युद्ध हो सकता है और यह गलती हिजबुल्ला की सबसे बड़ी गलती हो जाएगी। इतना ही नहीं सीरियाई मीडिया ने दावा किया है कि इस्राइल की मिसाइलों ने दमिश्क और अलेप्पो इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर भी हमला किया है। जिसके चलते एयरपोर्ट का संचालन बाधित हो गया है और दो लोगों की मौत हुई है। इस्राइली सेना ने भी बयान जारी कर ये भी बोला है कि दक्षिण में रविवार को उसके टैंक से गलती से मिस्त्र के ठिकाने पर हमला हुआ है। मिस्त्र ने कहा है कि इस हमले में उसके कुछ सैनिक जख्मी हो गए है।