लखनऊः उत्तर प्रदेश की योगी सरकार के पांच मंत्रियों ने अपना इस्तीफा सौंप दिया है। इन मंत्रियों में वित्त मंत्री राजेश अग्रवाल, सिंचाई मंत्री धर्मपाल सिंह, बेसिक शिक्षा राज्यमंत्री अनुपमा जायसवाल तथा भूतत्व एवं खनिकर्म राज्यमंत्री अर्चना पांडेय शामिल हैं। परिवहन राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) स्वतंत्र देव सिंह राज्य बीजेपी अध्यक्ष बनाअ जाने के कारण मंत्री पद से पहले ही इस्तीफा दे चुके थे। राज्यपाल आनंदी बेन ने उनका इस्तीफा स्वीकार कर लिया है। इस आशय की अधिसूचना अपर मुख्य सचिव सूचना अवनीश अवस्थी ने जारी की।
इन मंत्रियों को इनके लचर कामकाज के कारण मंत्रिमंडल से हटाया गया। वित्त मंत्री राजेश अग्रवाल के इस्तीफे की वजह उनकी उम्र 75 वर्ष हो जाना बताया है मगर सूत्रों की मानें तो उनके ही विभागीयअपर मुख्य सचिव का फीडबैक उनके लिए भारी पड़ गया। राजेश अग्रवाल और अपर मुख्य सचिव के बीच शुरू से ही तालमेल नहीं बैठ पा रहा था। सिंचाई विभाग में तबादलों में हुई गड़बड़ी और बढ़ती कमीशनखोरी की गाज सिंचाई मंत्री धर्मपाल सिंह पर गिरी है।
बेसिक शिक्षा राज्यमंत्री अनुपमा जायसवाल बेसिक शिक्षा अधिकारियों के तबादलों के साथ विभाग में जूते-मोजे, स्वेटर और पाठ्य पुस्तकों के टेंडर को लेकर विवाद में रहीं। गत वर्ष विभाग में बच्चों को फरवरी तक स्वेटर वितरित नहीं हुए थे। पिछले साल विभाग में बच्चों को फरवरी तक स्वेटर वितरित नहीं हुए थे। एक निजी न्यूज चैनल के स्टिंग ऑपरेशन में अनुपमा के दफ्तर का भी नाम सामने आया था।
भूतत्व एवं खनिकर्म विभाग राज्यमंत्री अर्चना पांडेय को सरकार और संगठन के कामकाज में निष्क्रियता का खामियाजा भुगतना पड़ा है। पिछले दिनों एक न्यूज चैनल की ओर से किए गए स्टिंग ऑपरेशन में अर्चना पांडेय के निजी सचिव पर भी गाज गिरी थी। योगी सरकार आज मंत्रिमंडल में किन चेहरों को शामिल करती है यह देखने वाली बात है।
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