अहमदाबाद: कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष पद के चुनाव के लिए अधिसूचना जारी होने में कुछ ही समय बाकी है. जहां राहुल गांधी, पार्टी अध्यक्ष न बनने की जिद पर अड़े हुए हैं, वहीं एक के बाद एक कर कई राज्यों में उन्हें पार्टी प्रमुख बनाने के समर्थन में प्रस्ताव पारित किए जा रहे हैं. राजस्थान, छत्तीसगढ़ के बाद अब गुजरात में कांग्रेस की प्रदेश इकाई ने राहुल को अध्यक्ष बनाने के समर्थन में प्रस्ताव पारित कर दिया है।
इसी बीच दिग्गज कांग्रेसी नेता और पूर्व गृह मंत्री पी चिदंबरम ने कहा है कि अब तक, राहुल गांधी ने पार्टी अध्यक्ष का पद संभालने से इनकार किया है, मगर वे अपना मन बदल सकते हैं. चिदंबरम ने रविवार (18 सितम्बर) को कांग्रेस अध्यक्ष पद के लिए आम सहमति का समर्थन किया. साथ ही चिदंबरम ने कहा कि राहुल गांधी अध्यक्ष हो या नहीं, उनका स्थान पार्टी में हमेशा ही खास रहेगा, क्योंकि कार्यकर्ताओं में उनकी स्वीकार्यता है. पूर्व केंद्रीय मंत्री ने कहा कि राहुल गांधी अब तक पार्टी के अध्यक्ष पद की जिम्मेदारी लेने से मना कर रहे हैं, मगर शायद उनका विचार बदल जाए.
एक साक्षात्कार के अनुसार, पी चिदंबरम ने यह भी कहा कि पार्टी प्रमुख के चुनाव में निष्पक्षता और पारदर्शिता को लेकर कोई भी विवाद की संभावना नहीं है. उन्होंने कहा कि यदि केंद्रीय निर्वाचन प्राधिकरण के अध्यक्ष मधुसूदन मिस्त्री नेताओं की चिंता पर पहले ही जवाब दे देते तो मामला तभी सुलझ जाता. बता दें कि, कांग्रेस नेता शशि थरूर और मनीष तिवारी निष्पक्ष और पारदर्शी चुनाव की वकालत कर रहे हैं और अध्यक्ष पद की चुनाव प्रक्रिया पर सवाल भी उठा रहे हैं।
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