नई दिल्ली : भारत द्वारा पाकिस्तान को कड़ी चेतावनी देने के बाद पाक ने अपने तेवर बदल लिए है. पाकिस्तानी राष्ट्रपति ममनून हुसैन ने बातचीत के जरिये कश्मीर समेत सभी द्विपक्षीय मामलो को सुलझाने के लिए भारत से कहा है. इस्लामाबाद में इफ्तार पार्टी को संबोधित करते हुए राष्ट्रपति हुसैन ने कहा कि युद्ध, धार्मिक, नस्लीय और भाषाई पूर्वाग्रह के अलावा वरिष्ठता की भावना विश्व को असामान्य स्तर पर ले आया है.
बता दे कि भारतीय सेना के सैन्य अभियान महानिदेशक (डीजीएमओ) लेफ्टिनेंट जनरल एके भट्ट ने अपने पाकिस्तानी समकक्ष को फोन पर कड़े शब्दों में चेतावनी देते हुए कहा था कि पाकिस्तानी सेना ने जम्मू एवं कश्मीर में नियंत्रण रेखा पर अकारण फायरिंग की और घुसपैठियों को उकसाया तो उसका मुंहतोड़ जवाब दिया जाएगा. भारतीय सेना की ओर से जारी एक बयान के अनुसार पाकिस्तान के डीजीएमओ के अनुरोध पर सोमवार सुबह 10:30 बजे फोन पर दोनों देशों के सैन्य कमांडरों डीजीएमओ लेफ्टिनेंट जनरल एके भट्ट और उनके पाकिस्तानी समकक्ष मेजर जनरल साहिर शमशाद मिर्जा के बीच यह बातचीत हुई.
जिसमें नियंत्रण रेखा पर पाक की ओर से होने वाले संघर्ष विराम उल्लंघन को लेकर पैदा हुए हालात पर चर्चा की गई. बातचीत के ब्योरे में भारतीय सेना के डीजीएमओ ने शांति और सौहार्दता के प्रति अपनी प्रतिबद्धता व्यक्त की. लेकिन यह भी कहा कि यह पाकिस्तानी सेना के इरादे और कदमों पर निर्भर होगा. इस बातचीत में भारत की ओर से स्पष्ट तौर पर कहा गया कि यदि पाकिस्तानी सेना ने घुसपैठ को बढ़ावा दिया और नियंत्रण रेखा पर फायरिंग होती रही तो भारतीय सेना उचित जवाबी कार्रवाई करेगी.