भोपाल: बेरोजगारी का आलम यह है कि देश के ज्यादातर डिग्रीधारी सड़कों पर अपने दस्तावेज हाथो में लिए खाक छानते नज़र आ रहे है और ऐसे में मध्य प्रदेश के भोपाल में स्थित राजीव गांधी प्रोफेशनल यूनिवर्सिटी के इंजिनियरिंग के छात्रों को कथित रूप से अच्छे ग्रेड का वादा किया गया है और उसके लिए उन्हें सरकारी योजनाओं का प्रचार करना होगा . नए सत्र से पहले यहां के छात्रों को कहा गया है कि वह गांव-गांव जाकर सरकारी योजनाओं के बारे में लोगों को बताएं और उनसे फीडबैक भी लें. एमएचआरडी (मानव संसाधन विकास मंत्रालय) के उन्नत भारत अभियान के अंतर्गत अब इंजिनियरिंग के छात्रों पांच गावों में जा कर सरकार का प्रचार करने का काम दिया जा रहा है. उनके एकत्रित किये गए डेटाबेस को भारत सरकार को भेजने कि बात भी कही जा रही है.
आरजीपीवी की योजना समन्वयक सविता व्यास ने बताया कि छात्र अपनी स्वेच्छा से सर्वे करने के लिए तैयार हुए हैं. यह सर्वे 11 जून से 15 जून के बीच होगा. ये 100 छात्र 700 ग्रामीण इलाके के परिवारों में जाएंगे. छात्र जिस परिवार में जाएंगे उनसे उनकी जाति, आधार कार्ड, बैंक अकाउंट डीटेल, वैवाहिक स्थिति, मनरेगा के काम संबंधित सवाल पूछे जाएंगे. केंद्र सरकार द्वारा संचालित प्रधानमंत्री जन धन योजना, उज्ज्वला योजना, मुद्रा योजना और जीवन ज्योति योजनाओं सहित 17 योजनाएं के बारे में उनसे पूछा जाएगा.
मगर व्यास के बयान के उलट अधिकांश छात्रों ने इस फैसले का विरोध किया. छात्रों ने कहा कि वह इंजिनियरिंग के छात्र हैं, कोई सर्वे करने वाले नहीं हैं. उन्होंने इंजिनियरिंग पढ़ने के लिए कॉलेज में प्रवेश लिया था न कि घर-घर जाकर सरकारी योजनाओं के बारे में पूछने के लिए. वे लोग कोई सरकारी कर्मचारी नहीं हैं जो उनसे सर्वे कराया जा रहा है.
नेमावर के पुल ने करवाया इंदौर-बैतूल नेशनल हाईवे बंद
कमलनाथ के 'नालायक' वाले बयान पर शिवराज का पलटवार